निःशुल्क
प्रेम क्या है प्रेम से ईश्वर प्राप्तिजो भारत सिखाता हैजब दो शुद्ध आत्माये निःस्वार्थ भाव से मिलती हैआपस मेंतब वहाँ पर सारी इच्छाएँ शून्य हो जाती हैऔर जहाँ शून्य होता हैतब वहाँ प्रेम उत्पन्न होता हैजहा