देशभक्ति के लिए आज भी सज़ा मिलेगी फाँसी की !
! भगत सिंह, इस बार न लेना काया भारतवासी की, देशभक्ति के लिए आज भी, सज़ा मिलेगी फांसी की -शंकर शैलेन्द्र ने आजादी के बाद यह कविता लिखकर अपनी पीड़ा को व्यक्त किया था। पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे का नाम माफी मांगकर अण्डमान की सेल्यूलर जेल से छूटने वाले सावरकर के नाम पर अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने कर दि