पंछी प्यार का
तुम गई कोई बात नही हर मोड पर बैठी खुशहाली है एक दीप के बुझ जाने से फीकी पडी नही दिवाली है तुमसे पहले कई मिले तुमसे पहले कई गए सुरज की ढलती किरने नित नया सवेरा लाती है तुम्हारू धडकन के रूकने से नही मौत आ जाती है हर ओठो की लाली एक नई राह कहलाती है मत हमको तुम अनजान समझना हम जैसे रूठा करते है छोटे से इ