मां बाप (आंगन का एक वृक्ष)
जिंदगी में चाहे सफल हो तुम, उस वृक्ष को ना भूलो जिसके फल हो तुमइसे ना तेरी दौलत ना धन चाहिए, बस प्रेम और आदर से सीचो तुमजिंदगी मे यदि धूप आए कभी, इस वृक्ष की छाव में शरण लो तुमहज और चार धाम का पुण्य मिलता तुम्हे, अपने सर को जड़ो में