जिंदगी में चाहे सफल हो तुम,
उस वृक्ष को ना भूलो जिसके फल हो तुम
इसे ना तेरी दौलत ना धन चाहिए,
बस प्रेम और आदर से सीचो तुम
जिंदगी मे यदि धूप आए कभी,
इस वृक्ष की छाव में शरण लो तुम
हज और चार धाम का पुण्य मिलता तुम्हे,
अपने सर को जड़ो में झुकाओ तुम
ना सीचोगे इसको तो ये मुरझाएगा,
ओर आंगन से एक दिन उखड़ जायेगा
मत भूलो इस दुनिया का दस्तूर तुम,
आज फल हो मगर कल के वृक्ष हो तुम
माता पिता हमारे अनमोल है,
इन्हे खुदा से भी पहले पूजो तुम
............ पूजो तुम