shabd-logo

रिश्ता

11 मार्च 2022

40 बार देखा गया 40

सुनो

जब मैं चला जाऊंगा

इस दुनिया से

सदा के लिए

तो रोओगी तुम

पर मैं महसूस 

ना कर पाऊंगा।

भेजोगी फूल 

और ख़त हमें

पर देख ना पाऊंगा।

मालूम है मुझे

तुम तारीफों के 

पूल बाँधोगी

पर उस पर

कैसे चढ़ पाऊंगा।

माफ़ कर दोगी

मेरे गलतियों को

पर तब उसकी

जरूरत ना होगी।

बेहद मिस करोगी मुझे

पर मैं महसूस

ना कर पाऊंगा।

सोचोगी तुम

काश व्यतीत कर पाती

कुछ समय मेरे साथ भी।

और जब सुनोगी

मैं ना रहा अब

दौड़ के आओगी

मेरे घर, संवेदना

article-image

साथी के साथ।

लेकिन सोचा है कभी?

हमें बात किये 

एक अरसा हो गया

देखों, सुनों और उत्तर दो।।

सीख: अपने हृदय के आस पास रहने वाले सभी 'अपनो' को समय दे, उन्हें खुश रखने के लिए जितना हो सके उनकी मदद करे, अपने रिश्तों को महत्त्व दे। उन्हें स्पेशल फील कराएं क्योंकि पता नहीं समय कब आपसे आपके अपनो को छीन ले।

पंकज गुप्ता की अन्य किताबें

Ram Sewak gupta

Ram Sewak gupta

बहुत खूब लिखा है आपने

16 मार्च 2022

आंचल सोनी 'हिया'

आंचल सोनी 'हिया'

बड़ा ही मार्मिक रचना है। झकझोर के रख दिया। बड़े ही बारीकी से लिखा भी है आपने.... खुदा ना करे किसी शख्स के जिंदगी में ऐसे दिन आए. एक बेहतरीन सिर्फ प्रेषित करने के लिए आपको शुक्रिया।💐🙏💐

11 मार्च 2022

1

एक उम्मीद

2 सितम्बर 2021
11
13
5

<p>कभी कभी सोचता हूँ</p> <p>तुम्हारी हमारी जिंदगी </p> <p>एक फ़ाइल की तरह है</p> <p>जिनमें तमाम

2

भाग रहे है..लेकिन क्यों?

3 सितम्बर 2021
8
8
1

<div><span style="font-size: 16px;">भाग रहे है..लेकिन क्यों?</span></div><div><span style="font-size

3

मैं मानव हूँ

30 सितम्बर 2021
7
5
5

<div><span style="font-size: 16px;">मैंने जीवन को कटते देखा है</span></div><div><span style="font-si

4

उठूँगा मैं धूल सा

22 दिसम्बर 2021
3
3
3

<p>तुम मुझे गिरा देना</p> <p>अपने विकृत मिथ्या से।</p> <p>छलनी कर देना</p> <p>मेरे चित्त को अपने</p>

5

एक दुआ

29 दिसम्बर 2021
9
4
4

<p>सुनो</p> <p>एक दुआ करना रब से</p> <p>भले ना मिलाएं मुझे</p> <p>मेरी सफलताओ से</p> <p>ना दीदार करा

6

आत्मचिंतन

1 जनवरी 2022
1
0
0

<p>भारत में फेमस होने के कई तरीके है। उनमें से प्रमुख दो तरीके हाल में ही सामने आए है। एक ये बोल दीजिये कि आजादी 1947 में नहीं, बल्कि 2014 में मिली है। दूसरी महात्मा गांधी या अन्य किसी विभूति की बुराई

7

रिश्ता

11 मार्च 2022
4
2
2

सुनो जब मैं चला जाऊंगा इस दुनिया से सदा के लिए तो रोओगी तुम पर मैं महसूस  ना कर पाऊंगा। भेजोगी फूल  और ख़त हमें पर देख ना पाऊंगा। मालूम है मुझे तुम तारीफों के  पूल बाँधोगी पर उस पर कैसे चढ़ पाऊंगा। म

8

लाल रंग

19 मार्च 2022
0
0
0

सुनो!मैंने आज सपना देखातुम्हारे बिस्तर के बगल मेंबैठ मैं निहार रहा थातुम्हारें अप्रतिम सौंदर्य को।फिर मालूम....मैंने चूमा तुम्हें इस कदरमानों कोई गर्म मोम होतुम्हारें कांधे पेतुम भी तो चाहती थीथोड़ा जल

9

आखिरी खत

23 मार्च 2022
1
0
0

है लिये हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधरऔर हम तैयार है सीना लिये अपना इधरखून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्किल में हैसरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।हाथ जिनमें हो जुनून कटते नही तलवार सेसर जो उठ जाते

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए