shabd-logo

common.aboutWriter

Other Language Profiles

common.awards_and_certificates

prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2024-07-11
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-16

common.books_of

"फिज़ा" एक गज़ल

"फिज़ा" एक गज़ल

यह एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमे में काफ़ी छोटी उम्र में मोहब्बत के मोहल्ले से गुजरते हुए शाइर ने कुछ कहने का प्रयास किया है, गजले है 11 - 12 कक्षा में मोहब्बत के आंगन में खिलती हुई नई कलियों की, तिलियो की, भॅंवरो की, जो की अब इस समय संसार में जीवन व्यापन

34 common.readCount
35 common.articles
common.personBought

ईबुक:

₹ 53/-

"फिज़ा" एक गज़ल

"फिज़ा" एक गज़ल

यह एक ग़ज़ल संग्रह है जिसमे में काफ़ी छोटी उम्र में मोहब्बत के मोहल्ले से गुजरते हुए शाइर ने कुछ कहने का प्रयास किया है, गजले है 11 - 12 कक्षा में मोहब्बत के आंगन में खिलती हुई नई कलियों की, तिलियो की, भॅंवरो की, जो की अब इस समय संसार में जीवन व्यापन

34 common.readCount
35 common.articles
common.personBought

ईबुक:

₹ 53/-

ओ खुदा एक कविता

ओ खुदा एक कविता

यह एक कविता संग्रह है जिसमे कवि ने खुदा से प्राथना की है ।उसके मन में जो प्रश्न चिन्ह है वह उनका उत्तर खुदा से चाहता है। इस कविता में कवि ने अपने व्यक्तिगत प्रेम को शामिल किया है जो की तार्किक व हकीकत का प्रेम है जो एक गहरा अर्थ रखता है व अन्य प्रश्न

5 common.readCount
13 common.articles

निःशुल्क

ओ खुदा एक कविता

ओ खुदा एक कविता

यह एक कविता संग्रह है जिसमे कवि ने खुदा से प्राथना की है ।उसके मन में जो प्रश्न चिन्ह है वह उनका उत्तर खुदा से चाहता है। इस कविता में कवि ने अपने व्यक्तिगत प्रेम को शामिल किया है जो की तार्किक व हकीकत का प्रेम है जो एक गहरा अर्थ रखता है व अन्य प्रश्न

5 common.readCount
13 common.articles

निःशुल्क

"मधु" एक गीत

"मधु" एक गीत

यह एक गीत संग्रह है प्रेम क्या है? इस प्रश्न का जाबाब कई प्रकार का है, एक वाक्य में कहना चाहे तो प्रेम की अनेक परिभाषाएं है प्रेम को प्रेम रूप में समझना कठिन है, जब होता है तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है। बस यही से एक गीत संग्रह आपके लिए। आपको अवश्य

निःशुल्क

"मधु" एक गीत

"मधु" एक गीत

यह एक गीत संग्रह है प्रेम क्या है? इस प्रश्न का जाबाब कई प्रकार का है, एक वाक्य में कहना चाहे तो प्रेम की अनेक परिभाषाएं है प्रेम को प्रेम रूप में समझना कठिन है, जब होता है तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है। बस यही से एक गीत संग्रह आपके लिए। आपको अवश्य

निःशुल्क

common.kelekh

गाॅंव

10 जुलाई 2024
0
0

<div><br></div><div>हमारी आरज़ू पीपल हमारे गाॅंव की </div><div>गुजरती थी वहीं दोपह र सारे गाॅंव की</div><div><br></div><div>वही पे बैठ कर के खेलती थीं लड़कियां </div><div>गुजरती रा

गज़ल 51,बरसातों के बादल अब दिल पर चूॅंयेगें

3 जुलाई 2024
0
0

बरसातों के बादल अब दिल पर चूॅंयेगें तुम इन ऑंखों से अब गालों पर आओगी

ग़ज़ल 50, दिनों दिन दिल जलाना होता है

19 जून 2024
0
0

ग़ज़ल कहना क्या आसां होता है दिनों दिन दिल जलाना होता है तिरी महफ़िल से उठके जाना है यहाॅं हर दिल निशाना होता है

गज़ल 49, मौत भी तुम्हारे जैसी है

17 जून 2024
0
0

बीच से ही लौट जाती है मौत भी तुम्हारे जैसी है जब हमे जी भर के रोना है क्यूॅं ये लड़की गुदगुदाती है

ग़ज़ल 48, दिल की बातें न दिल में रखा कीजिए

11 जून 2024
0
0

अपनी आखों से तो और क्या कीजिए अपनी आखों से दिल की दवा कीजिए दिल की बातें न दिल में रखा कीजिए इश्क़ है तो इसे भी बयां कीजिए

ग़ज़ल 47, एक बरसात सी लड़की

10 जून 2024
0
0

वो मेरे साथ की लड़की एक बरसात सी लड़की अपनी जिद पे अड़ी लड़की धूप में है खड़ी लड़की

ग़ज़ल 46, उमर तो मोहब्बत की है ना

10 जून 2024
0
0

ये तुमने इमारत की है ना कमाई शराफ़त की है ना खुदा अब बुला भी रहा है मोहब्बत इबारत की है ना

ग़ज़ल 45, कुछ न कहकर क्या कहा था तुमने

7 जून 2024
0
0

कुछ न कहकर क्या कहा था तुमने "कुछ नही" इतना कहा था तुमने हम क्यों ना इश्क़ समझ के बैठें "कुछ तो समझो न" कहा था तुमने

ग़ज़ल 44, दिल, दर्द अब सारा निकाला जायेगा

2 जून 2024
0
0

दिल, दर्द अब सारा निकाला जायेगा रस्ते में जो आएगा मारा जायेगा रातों को आखिर चैन कैसे आएगा दिन में भी जब वो चांद देखा जायेगा

ग़ज़ल 43, रास्ता दिल भटक गया शायद कुछ गले में अटक गया शायद

25 मई 2024
0
0

रास्ता दिल भटक गया शायद कुछ गले में अटक गया शायद रात काली, ये रौशनी कैसी! सर से पल्लू सरक गया शायद

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए