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रोहित कुमार "मधु" के बारे में

मेरा नाम रोहित कुमार 'मधु' (कुमार आदिब 'फिज़ा') है मैं एक विधार्थी हूं जिंदगी का, प्रेम का, मानो तो हम सभी विद्यार्थी है। लिखना कुछ नही दर्द को शब्दो में पिरोना है और अभी मैं कर रहा हूं, सिखा जिंदगी और इश्क रहा है।अंधकार ही प्रकाश की तलाश है ,अंधकार ही सृजन का आधार बस इसी अंधकार में उजाले की तलाश है जो मुझे नई दिशा दे रहा है भाव को प्रकट करने की, नाम को नया नाम देने की। बस परिचय इतना है मेरा जो मेरा है वो सब कुछ तेरा।

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-16

रोहित कुमार "मधु" की पुस्तकें

"फिज़ा" एक गज़ल

"फिज़ा" एक गज़ल

यह एक गज़ल संग्रह है , जिस में गज़ल के ज़रिए मोहब्बत की बात की गई है, इसमें कई शेर ऐसे भी है जिसमे हकीकत व हबीब के प्रेम पर कहने की कोशिश है, सभी गजले तरन्नुम में है, आप मोहब्बत के साथ पढ़े। इंजॉय करे और मुझे आशीर्वाद प्रदान करे। धन्यवाद...

11 पाठक
21 रचनाएँ
2 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 53/-

"फिज़ा" एक गज़ल

"फिज़ा" एक गज़ल

यह एक गज़ल संग्रह है , जिस में गज़ल के ज़रिए मोहब्बत की बात की गई है, इसमें कई शेर ऐसे भी है जिसमे हकीकत व हबीब के प्रेम पर कहने की कोशिश है, सभी गजले तरन्नुम में है, आप मोहब्बत के साथ पढ़े। इंजॉय करे और मुझे आशीर्वाद प्रदान करे। धन्यवाद...

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"मधु" एक गीत

"मधु" एक गीत

यह एक गीत संग्रह है प्रेम क्या है? इस प्रश्न का जाबाब कई प्रकार का है, एक वाक्य में कहना चाहे तो प्रेम की अनेक परिभाषाएं है प्रेम को प्रेम रूप में समझना कठिन है, जब होता है तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है। बस यही से एक गीत संग्रह आपके लिए। आपको अवश्य

5 पाठक
8 रचनाएँ

निःशुल्क

"मधु" एक गीत

"मधु" एक गीत

यह एक गीत संग्रह है प्रेम क्या है? इस प्रश्न का जाबाब कई प्रकार का है, एक वाक्य में कहना चाहे तो प्रेम की अनेक परिभाषाएं है प्रेम को प्रेम रूप में समझना कठिन है, जब होता है तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है। बस यही से एक गीत संग्रह आपके लिए। आपको अवश्य

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ओ खुदा एक कविता

ओ खुदा एक कविता

यह एक कविता संग्रह है जिसमे कवि ने खुदा से प्राथना की है ।उसके मन में जो प्रश्न चिन्ह है वह उनका उत्तर खुदा से चाहता है। इस कविता में कवि ने अपने व्यक्तिगत प्रेम को शामिल किया है जो की तार्किक व हकीकत का प्रेम है जो एक गहरा अर्थ रखता है व अन्य प्रश्न

4 पाठक
12 रचनाएँ

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ओ खुदा एक कविता

ओ खुदा एक कविता

यह एक कविता संग्रह है जिसमे कवि ने खुदा से प्राथना की है ।उसके मन में जो प्रश्न चिन्ह है वह उनका उत्तर खुदा से चाहता है। इस कविता में कवि ने अपने व्यक्तिगत प्रेम को शामिल किया है जो की तार्किक व हकीकत का प्रेम है जो एक गहरा अर्थ रखता है व अन्य प्रश्न

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दैनन्दिनी

दैनन्दिनी

यहां आपको रोज नई नई शायरिया पढ़ने को मिलेंगी।

3 पाठक
6 रचनाएँ

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दैनन्दिनी

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प्यार वाली मुक्तक

प्यार वाली मुक्तक

चलो इश्क करे

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प्यार वाली मुक्तक

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चलो इश्क करे

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रोहित कुमार "मधु" के लेख

मुझको रंगो से भरदे..., गीत 8

8 मार्च 2023
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मेघो से बोले दिल, दिल कीचाहत है मुझको रंगो से भरदे, दिल की चाहत है उसको भी रंगो से भरदे, मुझसे आहत है...

वंचित न रह जाना प्यार से..., गीत -7

7 मार्च 2023
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भूल करो, लगते समझदार सेवंचित न रह जाना तुम प्यार सेगलियों में आना जरा संभाल केकदम हर एक रखना संभाल केमौसम खराब, चलना संभाल केहर घर दफ्तर खुले अखबार से...बुला लेना तुम, मुझे पुकार क

दिल की बाते ... गीत -6

8 जनवरी 2023
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दिल की बाते गर सुन ले तो ओर भी अच्छा हैउसके बिन अब जीना है प्यार मेरा ये सच्चा है...एक ख्वाब सा आया मुझको, फिर जाने क्यों रूठ गयादिल था पत्थर लेकिन फिर भी,इक फूल&nbs

सलाम.... कविता-7

8 जनवरी 2023
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<div><br></div><div><br></div><div>दिलो में रखो श्याम <span style="font-size: 1em;">करते रहो राम-राम</span></div><div><span style="font-size: 1em;">कोई बोले सलावलेकुम &nbsp

इश्क में शायरी

7 जनवरी 2023
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इश्क के जाल में कब तक रह पाएगा

शेर

7 जनवरी 2023
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सच कहने के वो नही आदी,सोचते है देश कैसे बेचा जाएबचाकुछा दाना जो भूखे पेटो में,सोचते है वो भी कैसे लोचा जाएगिरवी पड़ी है जमीं अखबारों की,सोचते है सच कैसे छापा जाएसच के मरीज, लोग झूठ सु

नैना... कविता -7

7 जनवरी 2023
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शहद से नैना , तेरे नैनामधु है तेरी बहना, नैनाथोड़ा पलकों को छलका नैनामहज़ थोड़ा सा मुझको पीनानैनों से बहते मेरे नैनाजुदाई को सहते मेरे नैनाजब तेरी बहना से मिले नैनानैनों मे बस, नैना ही नैनामधु के ख्या

व्योम पटल पे लिख दो.. कविता -6

7 जनवरी 2023
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व्योम पटल पे लिख दो,नई कहानी अपनीलहू अक्षरो से ये जवानी अपनी..हाहाकार मचे शत्रु के सीने मेंअंतर न रहे मरने जीने मेंगलत दिशा में शीश उठाने वालोनफ़रत को गले लगाने वालोशत्रु के माथे पर गढ़ दोखुद नि

किताबे क्या है..., गीत -5

30 नवम्बर 2022
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किताबे क्या है समझ जाओगेप्रेमि का एक पृष्ठ पढ़ लीजिए...जख्म मरहम है दीवानों का इश्क नशा है दीवानों काबे-करारिया बहुत है यहांरात को बस करवटें

दिल ये तेरा दीवाना है..

29 नवम्बर 2022
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मन खग को उड़ना थाइच्छा अम्बर छूना थातेरी नजरो के तीर लगेतो तय था कि गिरना थातेरी शुधियो का सहारा हैमन तेरी अदा पे हारा हैक

किताब पढ़िए