यूँ बेफिक्र होकर मेरी फिक्र क्यों करता है
बात मोहब्बत की हो तो मेरा जिक्र क्यों करता है
रब के जगह महबूब को रखो तो रब रूठ जाते हैं
तुम तो दिल में हो...
यूँ कदमों में सर क्यों झुकता है
10 दिसम्बर 2020
यूँ बेफिक्र होकर मेरी फिक्र क्यों करता है
बात मोहब्बत की हो तो मेरा जिक्र क्यों करता है
रब के जगह महबूब को रखो तो रब रूठ जाते हैं
तुम तो दिल में हो...
यूँ कदमों में सर क्यों झुकता है