प्यार तो तुमने भी मुझसे किया था
मैं तो तुम्हारा प्यार लिखी
चलो तुम बताओ......
झूठ ही सही मगर
तुमने भी तो मेरी बेबफाई उससे सुनाई होगी
मैं तो तुम्हारी यादों के अंक में
आंसुओं से तकिये पर तुम्हारी तस्वीर बनाती हूँ
चलो तुम बताओ......
अपने दर-ओ -दिवार से मेरा नाम मिटाया तो होगा
उसके सामने मेरी तस्वीर भी तो जलायी होगी
तुम मेरा आखिरी ख्वाब था
तुमसे बिछड़कर मैं तो इन ख्वाबों की पोटली बनाकर
अंधेरे तहखाने में कैद कर दी हूँ
चलो तुम बताओ ....
उसकी गोद में सर ऱखकर फिर एक नया ख्वाब तो सजाया होगा
मैं तो कई रात से जागी हूँ मगर
चलो तुम बताओ..........
अपनी बाँहों में हर रात उसे सुलाया तो होगा