आज का विचार
"सबसे न्यूनतम धर्म है दूसरों को दुख न देना और सबसे अधिकतम धर्म है दूसरों को सुख देना...!!!""स्वयं के कुछ होने का अभिमान ही व्यक्ति को उसके गौरव से वंचित करता है...!!!""हममें सबसे मूल्यवान वस्तु है, हमारा स्वयं पर पूर्ण विश्वास...!!!""दुख तो सिर्फ मानने का है, मानो तो दुख का अन्त नहीं और मानो तो मौत