आज चल रहे व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन
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हे शारदे माँ, हे शारदे माँअज्ञानता से हमें तार दे माँहे शारदे माँ, हे शारदे माँअज्ञानता से हमें तार दे माँतू स्वर की देवी है, संगीत तुझसेहर शब्द तेरा है, हर गीत तुझसेतू स्वर की देवी है, संगीत तु
कक्षा के कुछ शरारती बच्चे अक्सर उन्हें परेशान करते थे। अपनी इस बात को उन्होंने मैनेजमेंट के सामने भी रखी थीं। लेकिन समन्वयक द्वारा ही इस बात को दबा दिया गया। अब तो यह लगभग रोज की बात हो गई थी।मिसेज पि
स्टॉक मैनेजमेंट मीटिंग में अध्यापकों की संख्या बहुत कम हो चुकी थी। मिसेज पिंटो भी चली गई थी शायद सुबह-सुबह बच्चों के साथ हुए टकराव के कारण उन्हें अपना बीपी बड़ा हुआ लग रहा था। वहीं दूसरी तरफ पायल
स्टाफ रूम में सभी हतभ्रमित सी श्रीविद्या को देखने लगे। श्रीविद्या डर कर पीछे हटने वालों में से नहीं थी। इस बात का भान था सभी को।वही इन सब से अनजान गांधारवी प्रेम के समुद्र में हिलोरें लेते हुए डुबकी ल
अपनी ही गाड़ी से लम्बी दूरी तय करने के पश्चात उन्हें चाय की तलब लगने लगी। उन्होंने बीच में रुक कर एक रेस्टोरेंट में चाय पीने का निश्चय किया। हाई-वे होने की वजह से उन्हें दुकानों की कमी खल रही थी। अचान
प्यार के ये दो परिंदे, प्यार के प्रतीक को देखने के लिए आज कितनी दूर से आगरा जा पहुंचे थे। ताजमहल को पू्र्णिमा के दो दिन पहले और दो दिन बाद यानी पांच दिनों के लिए रात्रि 8:30 से 12: 30 तक खोला जात
फिज़ा ने कहा लड़की होने के कारण मेरे माता-पिता को सदैव मेरी चिंता लगी रहती थी। रिश्तेदारों ने तो कह दिया था कि मेरी शादी करवा दें। समाज में रहने वाले इंसान, जो मानसिक रूप से जानवरों जैसा आचरण करते हैं
विदाई समारोह में औपचारिकता ही सही सुलक्षणा को भी कुछ ना कुछ तो कहना ही था। उसने माइक संभाला। मुझे भी अनुष्का मैम की विदाई पर दुख हो रहा है। लेकिन मैं आप सभी को बता देना चाहती हूं कि जिस विश्वास क
समय होता ही इतना बलवान है कि अपना पहिया घुमाता हुआ आगे बढ़ता जाता है और बढ़ते जाती है लोग समय के साथ कदम से कदम मिलाकर। शायद अपनी धुंधली सी यादों के झरोखों में न जाने कितनी ही यादें संजोए हुए। जिन्हें
डेंगू के लक्षण होने के कारण लगभग 6-7 दिनों के लिए माइली घर पर ही आराम करेगी और साथ ही तुम भी।ये कुछ फल, सब्जियां और दवाइयां है। फलों को समय-समय पर खिलाती रहो। दवाइयों की खुराक उसने पायल को समझाया और न
गुड मॉर्निंग मैम आप सभी कैसे हैं? श्रीविद्या ने पर्स रखते हुए मिसेज़ आशिया मैम से कहा।गुड माॅर्निंग मिस श्रीविद्या।गुड मॉर्निंग मैम! माइली ने कहा। Good morning बेटा कैसी हो? मिसेज आशिया मैंम ने म
सूचना रजिस्टर में से अपनी ड्यूटी अपने निजी रजिस्टर में लिखने के बाद सुप्रिया अग्रवाल मैम एक तरफ बैठकर भुनभुनाने लगी। ऐसा लग रहा था मानो किसी बात से वह बहुत दुःखी है। भारत जैसे देश म
मिसेज पिंटो ऑपरेशन कक्ष में अपने जलते बुझते प्राण रूपी दीपक के साथ जुझ रही थी। अभी भी वह कोमा से बाहर नहीं निकल पाई थी। डॉ मुकेश ने 24 घंटों का समय दिया था। कहा था कि 24 घंटे अगर निकल गए तो फिर इतनी च
मिसेज पिंटो मैम को होश आ गया है, गाण्धारवी ने ऐसा कहते हुए श्रीविद्या को झकझोरा। उसे ऐसा लगा मानो वह दिवा स्वप्न से जागी हो।परीक्षाएं नजदीक थी, वार्षिकोत्सव के बाद ही। लेकिन मिसेज पिंटो मैम के अस्पताल
तब तक डॉक्टर ने आकर कहा अभी मेरे मरीज की हालत ठीक नहीं है। आप इन्हें ज्यादा परेशान ना करें।अपनी कोचिंग में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए अतुल सर छात्रों पर अधिक से अधिक दबाव बढ़ाने लगे। ताकि उनकी को
श्रीविद्या की मदद से विद्यालय में चल रहे घोटाले की परत दर परतें आदित्य के सामने खुलती चली गई। न्यायालय में चल रहे मुकदमों में श्रीविद्या द्वारा की गई सहायता सकारात्मक प्रभाव डालती रही। सभी अध्यापकों न