मेरे विचार का समुद्र मंथन
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1 मार्च 2022 मंगलवार समय-09:05मेरी प्यारी सखी, समय तो मानो दौड़ता भागता जा रहा है। आज साल का तीसरा महीना भी आरंभ हो चुका है।  
1 मार्च 2022 मंगलवारसमय-11:41मेरी प्यारी सखी, अनजान शहर होने के कारण हम शिव मंदिर की तलाश में भटक रहे थे। राह में पूछते हुए जा रहे थे कि शिव मंदिर
2 मार्च 2022 बुधवारसमय-11:00(सुबह)मेरी प्यारी सखी, आज भी कितने ही वाद विवादों के बीच निष्कर्ष यही निकलता है कि नारियों का स्थान आज श्रेष्ठ हो चुका है। चाहे वह शिक्षा-दीक्षा ह
6 मार्च 2022 रविवार समय- 11:30 (प्रातः)मेरी प्यारी सखी, समय की व्यस्तता के कारण तुम से बात नहीं हो पाई, माफ करना। एक तो शादी का माहौल, दूसरा एक जगह से दूसरी जगह, द
8 मार्च 2022 मंगलवार समय-09:40(रात) मेरी प्यारी सखी, जब हाथ में मोबाइल लिया और मोबाइल में whatsapp खोला
9 मार्च 2022 बुधवारसमय-06:05(शाम)मेरी प्यारी सखी,आज इतने दिनों बाद हमारी पुनः वापसी हैं। कल से हम सभी अपने कामों में व्यस्त हो जाएंगे। बच्चे अपनी पढ़ाई में, तो हम घर गृ
10 मार्च 2022 गुरुवार समय- 10:45 (रात)मेरी प्यारी सखी, ना जाने ऐसा कब होगा कि जब शिक्षित लोगों के पास पढ़ाई की डिग्री के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी
यूं ही आंखें कभी रिमझिम बरस पड़ती है।जरूरी तो नहीं कि बिन बादल के बारिश ना हो।।कई बार भीड़ भी जन सैलाब नहीं होती।पथराई आंखें कभी दिल का बयां भी होती है।।
15 मार्च 2022 मंगलवार समय- 11:00 (रात) मेरी प्यारी सखी,सवेरे सवेरे ही बहुत भाग दौड़ हो गई। कारण था घर में सांप का निकलना। वैसे तो पतिदेव और बेटी उसे निकालने के लिए पुरजोर
17 मार्च 2022 गुरुवार समय - 12:20(दोपहर)मेरी प्यारी सखी, एक चिड़िया के बच्चे चार,
होली आई होली आई,रंगों की सौगात है लाई।पिचकारियों में रंग भर,डाले सब पर मन भर। मठरी, गुजिया से सजी है थाली,बुरा न मानो आई होली।।
20 मार्च 2022 रविवार समय- 05:15मेरी प्यारी सखी, सुबह से ही भाग दौड़, साफ सफाई का दौर चलते चलते अब जाकर बैठने का थोड़ा समय मिला है। कई बार काम की अधिकता के का
21 मार्च 2022 सोमवार समय- 11:45 मेरी प्यारी सखी,कई बार हमारे देश की अजीब स्थिति देख कर मन में अजीब सी उलझन पैदा हो जाती है। हमारे देश की प्रतिभा को हम भुनाने की अपे
<div>कुछ किस्से कहानियां कुछ अनमोल सी यादें, </div><div>कभी गुड मूड सी होती रातों की अलबेली सी बातें।</div><div>कुछ जब तब आंखों से देखे गए सपने अपने से,</div><div>पर दिल से बिसराई ना जाए, रैना बी
22 मार्च 2022 मंगलवार समय- 11:45(रात)मेरी प्यारी सखी,हम सब सीखते कुछ है और उसे व्यवहार जीवन में कुछ और ही तरह से प्रयोग में लाते हैं। बचपन में जब भी मैं विवाद या निबन्ध लिखती थी, जल स
कौन याद करता है शहीदों को,सिर्फ खानापूर्ति कर रह जाते हैं सभी।।देशभक्त हो अपने घर में नहीं, पड़ोस के घर में जन्मे चाहते हैं सभी।।
नवजीवन का बीज लिएचलता रहता मन पल पल ह्रदय से उच्छवास स्तर तक क्षणभंगुर यह जीवन... आखिर कब तक।।
सपने कभी चुरा लेते हैं आंखों से निंदिया ही।कभी बरबस आंखों से ही बहने लगते हैं दफन होकर।।
30 मार्च 2022 बुधवार समय 8:40 (रात)मेरी प्यारी सखी, आज बहुत दिनों बाद तुमसे बात करने का मौका मिला। असल में कारण यह है कि हमारे घर में छोटा सा नन्हा म