जाओ बेटा... देश तुम्हारा परिवार, सरहद असली घर
हमारी नजर से... ऐसा देश है मेरा...
जहाँ बेटों पर नाज हर माँ को
माँ और पत्नियों ने तिलक करके फौजियों कोकिया विदा
Shyamvir Singh jadaun
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नमन ऐसी माँ को. जिसने ऐसे मुश्किल हालात में कलेजे के टुकड़े को सीने से लगाया लेकिन उसके ललाट पर रोली