क्या होता है साइबर क्राइम? साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क के जरिए ठगी की जाती है. साइबर अपराधी इसके जरिए प्राइवेसी से लेकर पैसे तक उड़ा ले जाते हैं. डेटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड और मोबाइल फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन जैसे तमाम अपराध हैं जिन्हें साइबर अपराधी अंजाम देते हैं।
अंजान व्यक्ति द्वारा महिलाओं को बार बार मिस काल करना या उसके मोबाइल पर अश्लील चित्र भेजना उसे उकसाने का प्रयास किया जाता है जिससे महिला डिस्टर्ब होती है परिवार पर भी असर होता है। कभी-कभी मित्र बनकर विडियो चुपके से बना लिया जाता है बाद में फिर ब्लेकमेल किया जाता है और पैसे की मांग की जाती है नही तो विडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी जाती है। महिलाओं के नाम से एटीएम कार्ड जारी होने पर अन्य व्यक्ति द्वारा भी पैसा निकाल लिया जाता है जो गांवो में अधिक सक्रिय है।कई तरह से महिलाएं शिकार हो जाती है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में केवल 35 फीसदी महिलाओं ने ही अपने खिलाफ हुए साइबर अपराध की शिकायत की। वहीं साइबर अपराध से पीड़ित लगभग 46.7 फीसदी महिलाओं ने किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की। 18.3 फीसदी महिलाओं को तो इसका अंदाजा ही नहीं था कि वे साइबर अपराध का शिकार हो रही हैं।
केवल महिला ही नही पढ़े लिखे पुरुष भी पैसो,पुरस्कार या लाटरी के चक्कर में साईबर अपराध का शिकार हो रहे हैं। मोबाइल का उपयोग धडल्ले से होने के कारण आजकल शादी भी पक्की मोबाइल पर ही हो जाती है।जिसके कई की जोड़ी बन जाता है कई शिकार हो जाते हैं बाद में पता चलता है कि लड़का या लड़की की और भी शादियाँ हो चुकी होती है।अधिकतर लड़कियाँ इसके शिकार होते है।
इस तरह के बढ़ते अपराध से महिलाओं को मानसिक हानि होती है तथा उसके चरित्र पर दाग लग जाते है जो वास्तविक नही है लेकिन लोगो तक गलत मेसेज जाती है। महिलाओं को सतर्क रहना चाहिए अपना गोपनीय दस्तावेज या जानकारी किसी को नहीं बताना चाहिए।प्रताड़ित होने पर एफ आई आर दर्ज कराना चाहिए।
save tree🌲save earth🌏&save life❤