विविध विषयो पर लेख इस किताब में है ।काव्य निबंध गजल आदि विधाओ में अप्रतिम संकलन ।
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आज मातृ दिवस है हर साल मई के दूसरे रविवार को मातृ दिवस मनाने का फैसला किया गया था। इस संसार में जन्म लेते ही बच्चा सबसे करीब अपने माँ के पास होता है। वह माँ के स्तनो के बीच अपने आप को पाता है।व
आज देश में बालीवुड के अभिनेताओ की करोड़ो की कमाई है। कई लोगो ने काफी मेहनत भी इस क्षेत्र में की है। उन्हे अनुभव है बॉलीवुड में पैर जमाने के लिए संघर्ष करना पड़ा लेकिन उसके औलाद को ये नाम पैसा ये रु
प्रकृति में परिवर्तन तेजी से हो रहा है। सबसे बड़ा कारण पेड़ो का विनाश है। हम वृक्ष तेजी से काट रहे हैं।दुसरा वातावरण में प्रदूषण का होना। इन्ही कारणो से प्रकृति संतुलन में नही है। वह अपना संतुलन बना
'ध्यान' क्या है? किस अवस्था को ध्यान कहते हैं। क्या ध्यान; योग व्यायाम से कोई अलग क्रिया है। हम लोग चलती-फिरती भाषा में ध्यान योगा कर रहे है कहते हैं पर ध्यान और योग में बुनियादी तौर पर पर अन्तर ह
नोटबंदी का असर भारत के हर नागरिक पर पड़ेगा। किसी पर कम प्रभाव पड़ेगा तो किसी पर अधिक असर पड़ेगा। जो लोग निर्धन वर्ग के लोग है उनके पास तो नही के बराबर 2000 के नोट होंगे उनका इस नोटबंदी से कोई खास लाभ
ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी(G20) एक अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक संरचना विश्लेषण व उसे मजबूत प्रदान करता है। सन 1999 में इसकी स्थापना एशियाई वित्तीय संकट
यूपीएससी परीक्षा परिणाम 2022 घोषित होने के बाद चर्चा पर है। उस समय खबर लोगो तक पहुँच पाती है जब इसके परिणामो पर शक किया जाता है। मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद सेलेक्ट हुए अभ्यर्थियों का इ
देश की पुरानी ससंद में अब तक लोक सभा के सभी कार्यकाल होता रहा है। यह अंग्रेजो के समय बनाई गयी थी। देश आजाद होने के बाद उसे चलाने के लिए कोई व्यवस्था और स्थान नही थी ऐसे में उस समय एक ऐसे कानून की
जिधर देखो उधर हत्या हर तरफ कात्या ही कात्या महिला नही है सुरक्षित यहाँ कलयुग का प्रकोप आगत्या। केन्द्र भी सुरक्षित नही प्रधान भी पल्लवित नही राक्षसो का डेरा जमा अब
दुर्घटना से देर भली खिलने से पहले फुल नष्ट न हो जाए कली दुर्घटना से देर भली। पटरी रहे समानान्तर सकरी न हो जाए गली दुर्घटना से देर भली। सड़क पर बरते सावधानी कही चढ़ न
हर जगह विनाश ही विनाश मानव नही रहे अब सेफ उनकी करतूत से धरती बदल रही है पोशाक किसी दुर्घटना से पा ले निजात पर प्रकृति का कहर से कौन बच सकता है "कुछ लोग पेड़ काट रहे थे
कितने काम बच्चे करते हैं देखो घर के कामो में बच्चो का योगदान देखो। छोटे छोटे काम आसानी से कर लेते हैं । पास के दुकान से जरुरत की चीज चाय,शक्कर या मसाला ले आता है। पडौस के घर संदेश भी दे आता है।ये
मनुष्य के शरीर में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है । हृदय से शरीर तक या शरीर से हृदय तक रक्त पहुचाने में धमनियों व शिराओ का योगदान है। रक्त हमारे शरीर का मुख्य तत्व है। भोजन ग्रहण करने से लेकर
जो सामने बीत रहा है बचपन। नन्हे पौधे में भी पनपेगा यौवन। ताली एक हाथ से नही बजती, पिता का जीवन है इसमे अर्पण। पूरा संसार घर ले आता भूखा रहकर रुखा सुखा खाता एक नन्हे जान की खाति
योग क्या है? जो हम शरीर को तानते उसे ऊपर नीचे मोड़ते आसान प्राणायाम करते उसे स्वास्थ्य प्रदान करते शरीर को मजबूत करते जिस प्रकार एक बस को दिल्ली जानी है जाने से पहले सफाई इंजन का देखभाल
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई आपस में हम सब भाई भाई। जन्म लिया तो सीने पर राम था क्या तुम्ही को इबादत मिली थी क्या कमर पर कृपाण था क्या या गले पर क्रास निशां था क्यो दिखाते हो चतुराई आपस म
प्राचीन समय में रोगी का इलाज करने के लिए वैद्य हुआ करता था। वैद्य नाडी देखकर बीमार का इलाज किया करते थे । उस समय पेड़ की पत्तियाँ,छाल,बीज आदि औषधि के रुप में काम आता था। कई बीमारीयो का लोगो को प
एक बच्चे का प्रथम गुरु माँ जो कोई भाषा नही सिखाती कोई फीस नही लेती कोई समय का पाबंद नही करती जीवन में सीख जाता स्पर्श प्रेम की भाषा जब बड़ा हो जाता पाठशाला में जाता शिक्षक उसे राह दिखाता
बाढ़ हर तरफ हाहाकार मचा हर गली नदी बन गयी हर मैदान बड़ा पोखर घर का आँगन स्विमिंग पूल और जो नदी है उनका रुप भयावह और डरावना लगता उनके करीब कोई जा नही सकता जो जाएगा भी तो मुर्दा होकर स
प्राकृतिक असंतुलन एक बहुत बड़ी समस्या का रुप धारण कर लिया है । इस पृथ्वी पर मानव सभ्यता अपने लाभ व कामना के लिए उसका अत्यधिक दोहन किया है और यह कृत्य अब भी जारी है। हमने अपने घरो के चौखट सुन्दर दिखाने
एक ही बंशी एक ही मुंशी सारे जगत में शान्ति का शंखनाद श्रेय है उनको लहराने का उनके खातिर बना हिन्दी खास परिहास लिबास जैसे गोदान में पाया कंसी एक ही बंशी एक ही मुंशी। यही उनकी कर्मभूमि व रंगभू
वो कौन है जिसका नसीब है । वो कौन है जिसका करीब है ।। खिलखिलाता जीवन जरीब है। उदास चेहरा बदनसीब है ।। बिन यारी रहना तरकीब है । वो अमीर नही गरीब है ।। लगे अपनो जैसा रकीब है। उनका दर्द छुए जैस
आँख हमारे शरीर का एक संवेदनशील अंग है। अनिवार्य हिस्सा है आँख ही न हो तो ये संसार क्या मायने रखता है । आँख के माध्यम से हम बाहर संसार को देखते पहचानते है । यह आँख हमारे शरीर के अन्य अंगो की तुलना
सभी इन्सान पर कौन युवा कहलाता है। बचपन तो बच्चा है सच्चा और कच्चा है। अपने ही धुन में मगन दिशाहीन जच्चा है। अभी नही युवा कहलाता है । किशोर जो संक्रमणकाल से गुजरता है। उस रास्ते पर है जो युवा
मै रहता हूँ उस देश में । पूरे जग से निराला अलबेला मतवाला सब सन्तो के पुण्य भुमि में मै रहता हूँ उस देश में। धुन जिसका मध्यम प्यारा तबला पेटी और सितारा महफिल सजती शहनाइयो में मै रहता ह
सभी देशवाशियों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आज हम 77 वे वर्षगांठ स्वतंत्रता दिवस मनाने के पायदान पर पहुच गए है।यह शुभ अवसर और भी खास है क्योंकि हम हर साल तो हम 15 अगस्त मना
एक प्रेम ऐसा भी जो साथ चलता उम्र भर सब पर्वो से निराली है रक्षाबंधन हमारी रखा करता भाई बहनो का और भी गहरा प्रेम स्त्रियो की रक्षा का चाहे हो माँ बेटी या पत्नी करनी रक्षा इस संसार क
चुनाव का समय आते ही गली मुहल्ला व हाट बाजार में चर्चा शुरु हो जाता है। माहौल गर्म होने लगता है । वयस्क लोग किसको अपना मत देंगे ये विचार विमर्श आपस में लोग करना शुरु कर देते हैं। राजनेताओं के लिए य
🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯🕯 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पूरे भारत में मनाया जाता है। सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन जिनका जन्म 5 सितंबर को हुआ था जो भारत के पहले उपराष्ट्रपति बने बाद में राष्ट्रपति पद पर
दोहे हर व्यक्ति सुखमय हर व्यक्ति सम्पन्न हो। हर प्राणी विस्मय हर प्राणी प्रसन्न हो।। अवतारो में भी क्या कहना। राम अंश तो कृष्ण पूर्ण बहना।। जन्म होता अन्धकार में मिलता कारागृह । इस राज क
एक बच्चे पर माँ क्रोध करती है ताकि बच्चा संभल सके। यह एक सामान्य क्रोध है जो उसके भलाई के लिए है जिसमे माँ का प्यार छुपा है। माँ की कामना है कि मेरा बच्चा स्वस्थ व पढ़ाई में अच्छा रहे।ये साधारण काम