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इन्सान जन्म लेता है वह भ्रमित है मैंने दुनिया मे जन्म लिया है और इसी जन्म मे मेरा सारा रहस्य छुपा है लेकिन इन्सान का कोई रहस्य नहीं होता है रहस्य तो होता है प्रकर्ति का जो बड़े कौशल्य के साथ