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प्रेम को देख पा रहा हूं , उपहारों, में इजहारो में, तुष्टीकरण के बाजारों में। प्रेम के नशे को ... महसूस कर रहा हूं , आंखों, में बातों में , या यूं कहूं कि संपूर्ण जिस्म में, ना जाने कितनी किस्