स्वास्थ्य: शहद का इस्तेमाल गलत तरीके से न करें
सरस्वती उपाध्याय
शरीर में जमा चर्बी की वजह से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। इसे कम करने के लिए बहुत से उपाय करते हैं, मगर चर्बी कम नहीं होती। चर्बी कम करने के लिए हर कोई सबसे पहले डाइटिंग का सहारा लेता है। ऐसा करना सही भी है, लेकिन इस चक्कर में शरीर को पर्याप्त ऊर्जा न मिल पाने के कारण कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में शहद का जरूर करना चाहिए।एक्सपर्ट की मानें तो कुछ लोग चर्बी घटाने के लिए तो कुछ बढ़ाने के लिए शहद का इस्तेमाल करते हैं। मधुमक्खी के छत्ते से निकला फ्रेश शहद शरीर के वजन को बढ़ाता है और हल्का रेचक होता है। वहीं शहद जो पुराना है, फैट के मेटाबॉलिज्म में मदद करता है और कफ को खत्म करता है।
आयुर्वेद में शहद के फायदे...
शहद आंखों और आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छा होता है।
यह प्यास बुझाता है और कफ को घोलता है।
यह मूत्र मार्ग के विकारों, दमा, खांसी, दस्त और जी मिचलाना-उल्टी में बहुत मददगार है।
यह एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है।
यह दिल के लिए अच्छा है, त्वचा में सुधार करता है, और कामोत्तेजक है।
गहरे घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।
स्वस्थ दानेदार टिशू के विकास की शुरुआत करता है।
यूं न करें इस्तेमाल...
शहद को गर्म खाने या पानी के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
गर्म जगह पर काम करते समय शहद नहीं खाना चाहिए।
शहद को कभी भी घी के साथ या गर्म, मसालेदार खाने के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
इसके अलावा फर्मेंटेड ड्रिंक्स (जैसे, व्हिस्की, रम, ब्रांडी) या सरसों में इसे नहीं मिलाना चाहिए।
कैसे करें इस्तेमाल...
मोटापे के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक गिलास कमरे के तापमान के पानी के साथ 1 चम्मच शहद लें।
1 टीस्पून शहद के साथ एक टीस्पून पीएफ हल्दी और 1 काली मिर्च को मिलाकर पीने से खांसी, सर्दी, साइनसाइटिस, इम्युनिटी ठीक करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा गर्म पानी में शहद पीने की बड़ी गलती करने से बचें।