तारकेश
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राम नाम महिमा अमित,अपार तूने ही फैलायी। शिव रूप छोड़,हनुमान बन भक्ति सबको सिखायी।।
13 अगस्त 2016
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संत प्रवर तुलसीदास - श्रद्धा सुमन
10 अगस्त 2016
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मोर दास कहाइ नर आसा। करइ तौ कहहु काह बिस्वासा।।७/४५/३
8 अगस्त 2016
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ढाई आखर प्रेम का
4 अगस्त 2016
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आओ चलो अब हम मरने चलें,जीवन में अपने कुछ करने चलें।
29 जुलाई 2016
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साईं कृपा का सच्चा विशिष्ट अनुभव एक भक्त के साथ (काव्य रूप में )
29 जुलाई 2016
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मोबाइल दोहे (हास्य-व्यंग)
27 जुलाई 2016
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घन घमंड नव गरजत घोरा
27 जुलाई 2016
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- मुण्डक उपनिषद से (कविता के रूप में संछिप्त )
21 जुलाई 2016
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बलिहारी गुरु के चरणारविन्द की
20 जुलाई 2016
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