इंडिया के मुम्बई शहर में एक बिल्डिंग के 10 माले पे एक लड़का खरा रहता है और वही उसके पैरो में गिरे एक आदमी उससे विनती करता है।
साहब माफ कर दीजिए गलती हो गई आइंदा से ऐसी गलती कभी नहीं होगी।
पहली गलती समझ कर माफी दे दीजिए।
तो वह आदमी कहता है अभय प्रताप सिंह को धोखा देने की एक ही सजा है इस दुनिया में और वो है सिर्फ और सिर्फ मौत ।
यह बोलते हुए वह काफी गुस्से में लग रहा था ।
तो सामने वाला आदमी उसके पैरो को छू कर कहता है साहब माफ कर दीजिए गलती होगई।
वह इतना ही कहता है की अभय उसके ऊपर गोलियां की बौछार कर देता है ।
उसकेबाद वह कहता है जो भी मुझे धोखा देने की कोशिश करेगा उसका में यही हाल करने वाला हु ।
वह ईतना कहता है और वहा से निकल जाता है।
उसके जाने के बाद उसका असिस्टेंट आदि कहता है इसके लास को ठिकाना लगा दो ।
और वह भी अभय के पीछे निकल जाता है ।
यह है अभय प्रताप सिंह मुम्बई शहर का जाना माना बिजनस मेन और मुंबई का सबसे बड़ा माफिया भी ।
जिसके आगे पूरी मुंबई अपना सिर टेकता है दिखने में बिल्कुल किसी हीरो की तरह लेकिन इसके गुस्से का कोई भरोसा नहीं कब और किसके ऊपर निकल जाए यह है हमारे कहानी के नायक ।
तो केसा लगा कहानी का नायक और पार्ट समीक्षा करके बताइएगा जरूर ।
और पड़ते रहिए तुम मेरे हो ।
धन्यवाद।