मुझे अब ना किसी आइने की जरूरत है,
हर पल है तेरी याद साथ है ,
मेरी जिंदगी भी खूबसूरत है,
तुझे मेरी जरूरत है, मुझे तेरी जरूरत है,
इतना क्यों कयामत ढा रहे हो ,
सब को क्यों याद आ रहे हो,
जब जाना ही है मेरे किस्मत से,
तो वापस क्यों आ रहे हो,
चाहत तुम्हारी ही तो थी कमियाबी पाने की,
पंख लगाकर आसमान में उड़ जाने की,
सब से अलग एक नई दुनिया बसाने की,
मुझे रंज है आप के सपनो की दुनिया से,
आप नाकामियाब होके भी, मुस्कुरा रहे हो,
कुछ तो रहम करो क्यों इतना सता रहे ही,
आंखो मे आज तक तेरी ही सूरत है,
तुझे मेरी जरूरत है, मुझे तेरी जरूरत है,
किसी के बिना जीना कहां आसान होता है,
आंखो में बेरंग एक जहान होता है,
जो हंसता है महफ़िल में साथ सब के,
अकेले में सब कुछ उसका बीरान होता है,
उजालों में शान से गुजरता है जो वक्त,
अंधेरों में चिराग भी एक दोस्त के समान होता है,
भूल जाना तो फितरत है इन लोगों की,
मिलने से भी कहां जीना आसान होता है,
इश्क, प्यार, चाहत क्या है ये,
क्यों कर रहे हो फिजूल की बाते,
बिछड़कर खुद से ही वो परेशान होता है,
अब कोई हूर भी कहां इतना खूबसूरत है,
या शायद झूठ कह रहा हूं मै,
कि तुझे मेरी जरूरत है मुझे तेरी जरूरत है,