आओमिलकर झूला झूलें हम सभी जानते हैं कि भारत त्योहारों और पर्वों कादेश है |त्यौहारों का इतनाउत्साह,इतने रंगसम्भवतः हमारे ही देश में देखने को मिलते हैं | यहाँ त्यौहार केवल एक अनुष्ठान मात्र नहीं होते, वरन् इनके साथसामाजिक समरसता,सांस्कृतिकतारतम्य,प्राचीनसभ्यताओं की खोज एवं अपने अतीत से जुड़े रहने का
भारत में महिलाओं को देवी का अवतार कहा जाता है लेकिन वे अपने परिवार की सलामती के लिए बहुत से काम करती हैं। अपने पति के लिए, संतान के लिए और परिवार में सुख-समृद्धि रखने के लिए व्रत और पूजा-पाठ करती रहती हैं। अब आने वाले व्रत में हरितालिका तीज व्रत आने वाला है जिसमें वे व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र
तीज का त्यौहार हिन्दुओ का एक पवित्र त्यौहार व पर्व है, इसको हरतालिका व्रत, तीजा या तीजा के नाम से भी जाना जाता हैं|तीज फेस्टिवल के व्रत को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र के दिन मनाया जाता है| इस दिन स्त्रियाँ (कुवारी और सौभाग्यवती) भगवन गौरी-शंकर जी की पूजा करती हैं| हरितालिका त
अखंड सौभाग्य के लिए किया जाने वाला व्रत हरितालिका तीज 12 सितंबर को है। भाद्र शुक्ल तृतीया बुधा के चित्रा नक्षत्र को तीज व्रत रखा जाता है, जिसमें महिलाएं पतियों के सुख- सौभाग्य, निरोग्यता के लिए माता गौरी की पूजा करती हैं। आचार्य राजनाथ झा बताते हैं कि इस बार सुबह से ही यह
सावन का महीना शुरू होने वाला है| सावन का मौसम एक अजीब सा उत्साह ओर उमंग लेकर आता है। चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है और उसे देख कर सबका मन झूम उठता है। ऐसे ही सावन के सुहावने मौसम में आता है तीज का त्यौहार। श्रावण मास के शुक्ल