shabd-logo

सुधिंयां

11 दिसम्बर 2021

19 बार देखा गया 19
कितना गहरा मन का सागर
        कितनी हल्की कल की परछाईं
सुधियों के मेले से लगे थे
         रात मुझे कल नींद न आई।

कैसे बीता नन्हा बचपन
         कैसे चढी डेहरी तरुणाई
कितना - - - - - - - - - -
          - - - - - - - - - - परछाईं

कैसे तुम संग मेल हुआ था
        बात ये अब तक समझ न पाई
हम तो खुद से बेपरवाह थे
        दुनिया थी अनजान पराई

तुमने ही तो समझाया था
        सब बात तुम्ही ने सिखलाई
क्या होती है प्रीत की डोरी
        आती है क्युं यूं अंगडाई

मन तो जैसे वृंदावन था
         तन तन थी बजती शहनाई
ढीठ नयन में सजी प्रतीक्षा
           देह बनी जैसे अमराई

उडे पंखेरु से ये दिन भी
          और विरह की बेला आई
आंखे रो रो लाल हुंई थी
          देख जिसे रोती करुणाई

बीती बातें सपन सलोना 
           मन से अब तक भूल न पाई
कितना- - - - - - - - - - 
            - - - - - - - - -  परछाई 
-----------------------------------------
   लेखिका - ममता-यादव (प्रान्जलि काव्य) 
स्वरचित व मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित 
भोपाल - मध्यप्रदेश 
-----------------------------------------
Dr Anita Mishra

Dr Anita Mishra

जय श्री कृष्णा 🙏 बढ़िया प्रस्तुति

16 दिसम्बर 2021

ममता

ममता

17 दिसम्बर 2021

धन्यवाद मैडम जी

1

स्त्री

26 सितम्बर 2021
9
7
11

<div>एक लंबे समय से स्त्री-पुरुष के समानाधिकार की भावना बलवती होती जा</div><div>रही थी। परिणामस्वरूप

2

संस्कार

29 सितम्बर 2021
6
5
10

<div>एक शब्द बहुत प्रचलित है, किसी न किसी के मुंह से सुनने मिल ही जाता है। " जनरेशन</div><div>गैप" औ

3

कही नहीं है

20 अक्टूबर 2021
3
2
2

<div>पल तो है</div><div>जिंदगी में कई सारे</div><div>पर एक भी पल</div><div>कहीं नहीं है </div><

4

गूंज

21 अक्टूबर 2021
2
1
2

<div><span style="font-size: 16px;">मै तो गूंज हूं तेरे अंदर की</span></div><div><span style="font-s

5

पवन

2 नवम्बर 2021
1
1
2

<div><span style="font-size: 16px;"><br></span></div><div><span style="font-size: 16px;"><br></span>

6

" पी " के पीके

2 नवम्बर 2021
5
2
4

<div><span style="font-size: 16px;">क्या बात है बहन</span></div><div><span style="font-size: 16px;">

7

बिखरी तो हूं

6 नवम्बर 2021
4
4
6

<div>टूट कर बिखरी तो हूं</div><div>मै जरा निखरी तो हूं </div><div>ये आईना शरमा गया</div><div>बस

8

दुनिया एक पाठशाला

8 नवम्बर 2021
2
0
4

<div><span style="font-size: 16px;">दुनिया सच में एक ऐसी पाठ शाला है जहां</span></div><div><span sty

9

दुनिया एक पाठशाला

8 नवम्बर 2021
2
2
4

<div><span style="font-size: 16px;">दुनिया सच में एक ऐसी पाठ शाला है जहां</span></div><div><span sty

10

तस्वीरों में

11 नवम्बर 2021
1
1
2

<div><span style="font-size: 16px;">ढूंढ लेना तस्वीरों में मिल जाऊंगा</span></div><div><span style="

11

दुनिया एक पाठशाला ( मंथन)

16 नवम्बर 2021
1
1
2

<div><span style="font-size: 16px;">मित्रो हर व्यक्ति के पास एक मन होता है।</span></div><div><span s

12

सुधिंयां

11 दिसम्बर 2021
1
1
2

<div><span style="font-size: 16px;">कितना गहरा मन का सागर</span></div><div><span style="font-size: 1

13

आदर्श

10 जनवरी 2022
2
0
1

<p>आदर्श की खोखली गुफाओं में </p> <p>कपट देव का डेरा है </p> <p>पर उपदेश कुशल बहु तेरे, और</p> <p>दिया तले अंधेरा है </p>

---

किताब पढ़िए