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अगर भूख बाजारों में बिकती,तो रोटियां केवल अमीरों के घर सिकती।अगर प्यास भी बिकती बंद बोतलों में,तो यह भी होता अमीरों के एक चोंचलों में।अगर नींदो का भी होता व्यापार,तो बिस्तर नही बिछते गरीबों के द्वार।अ