shabd-logo

सुनसान राह मौत का मंजर

15 जून 2022

31 बार देखा गया 31

राहुल हर दिन की तरह अपने काम पर जाने के लिए अपने घर से निकलता है,
जैसे ही राहुल जाने के लिए हमेशा के रास्ते पर पाव रखता ता है, उसके सामने से अचानक एक काली बिल्ली गुजरती है, उसका रास्ता काट देती  है, काली बिल्ली को अपना रास्ता काटता देख राहुल अपने चलते हुए कदमों को रोक देता है, और मन ही मन कहता है, ओह्ह ये काली बिल्ली अचानक से कहाँ से आगयी मेरे रास्ते में, पहले ही आज काम पर जाने में देरी हो गई है, और इस मनहुस काली बिल्ली को मेरा रास्ता आज ही काटना था,
इतना कहते हुए राहुल उस रास्ते से अपने कदम पीछे ले लेता है, और इधर उधर देखने लगता है, की उसकी नजर उस सुनसान सड़क पर पड़ती है, जो जंगल के रास्ते से होती हुई जाती थी, वैसे तो वो सड़क वो रास्ता शोर्ट कट था, लेकिन वहाँ से लोग कम ही आना जाना करते थे, उस रास्ते के बारे में ये अफवा थी की वो रास्ता ठीक नही है,!

राहुल उस सड़क की तरफ देखते हुए सोचता है, क्यों ना आज इस जंगल के रास्ते से जाया जाए, वैसे ही आज काफी देरी हो गई है, मुझे काम पर जाने में अगर और देरी हो गई तो मेरा बॉस मुझे नौकरी से निकाल देगा!

राहुल atm पर गार्ड का काम करता था राहुल की night shipt रहती थी, उसे रात के १२ बजे तक अपने काम पर पहोचना होता था पर उस रात राहुल को काम पर जाने में देरी हो गई थी, १२.१५ बजगए थे, उसे देरी हो रही थी और वो उस काली बिल्ली के रास्ता काटने के कारण रास्ते का चयन करने में अपना समय और बर्बाद नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने हमेशा के रास्ते से अपने कदम मोड़ कर जंगल के रास्ते से जाने का चयन किया!

राहुल उस रास्ते की तरफ बड़ गया, जैसे ही राहुल ने उस रास्ते से जाने के लिए उस सड़क पर पाव रखा, जोरों से हवाएं चलने लगी, पंछियों की चिल्चिलाहत होने लगी, आसमान में जैसे चमगादड़ों के झुंड के झुंड लहराने लगे, ऐसा लग रहा था जैसे अचानक से चांदनी रात में जैसे चाँद को ग्रहण सा लग गया था, जैसे हवाएं और पंछी राहुल को उस रास्ते से जाने के लिए रोक रहे थे!

पर राहुल को ये सब समझ नही आरहा था, उसे तो देरी हो रही थी उसे जल्द से जल्द अपने काम पर जाना था, वो रास्ता शौर्ट कट भी तो था,और उसका इन सब बातों पर ध्यान ही कहाँ था!
राहुल अब उस सड़क पर चलना शुरू कर चुका था!

जैसे ही वो उस रास्ते से चलते हुए थोड़ी दूरी तय करता है, हवाओं का बहाव और भी ज्यादा बढ़ने लगता है, राहुल अब भी समझ नहीं पा रहा था, की इस रास्ते में कुछ ना कुछ तो गड़बड़ है, राहुल अपनी आँखों को साफ करता हुआ अब भी उस रास्ते से चलता जा रहा था!

जैसे जैसे राहुल के कदमों की रफ्तार बड़ रही थी, वैसे वैसे हवाएं, और भी ज्यादा तेज होती जा रही थी, थोड़ी देर बाद हवाओं ने अपना रुख बदलना शुरू कर दिया था, और वो अब तूफान के रूप में राहुल के पीछे से आरहा था, राहुल ने हवाओं को और भी ज्यादा तेज होते हुए देख पीछे पलट कर देखा तो, उसके होश उड़ गए!
राहुल,,,ये क्या है, ये मेरे साथ आज क्या हो रहा है, ये तो तूफांन मेरे पीछे से आरहा है, जैसे ये तूफांन ये भवंडर आज मुझे निगल जाएगा! और अब वो भागने लगता है, तूफांन और भी तेजी से राहुल की तरफ बड़ने लगा था, और कुछ समय बाद राहुल को अपने चपेट में ले लेता है!

राहुल अब उस तूफांन के चंगुल में फस गया था, जैसे तूफांन हवाओं में उड़ाते हुए चपेटें खिलाता है, तो राहुल की चीखें निकलने लगती है, और वो जोरों से चिल्लाने लग जाता है, बचाओ बचाओ बचाओ मुझे कोई है, पर वहाँ कोई नही था उसे उस तूफांन से बचाने के लिए!

कुछ समय बाद वो तूफांन धीरे धीरे थमने लगता है, और राहुल तूफांन से छुटकारा पाकर, धणम से आकर गिरता है, और जोरों से चिल्लाता है, मेरा पेर, मेरा पेर टूट गया. उसे पाव पर गहरी चोट लगजाति है, और आँखों में मिट्टी ही मिट्टी भर जाती है,

राहुल जैसे तैसे अपने दर्द को सहन कर पा रहा था, की उसे किसी लड़की की रोने की आवाज सुनाई देती है!

राहुल अपनी आँखों को साफ करते हुए रास्ते की तरफ धूंधूलि आँखों से देखता है, उसे कुछ साफ दिखाई नहीं दे रहा था, वो अपनी आँखों को और जोरों से रगड़ कर साफ करके देखता है, तो उसे एक लड़की सड़क के बीचों बीच दुल्हन के जोड़े में रोते हुए दिखाई देती है!

राहुल जैसे तैसे अपने पाव पर खड़ा हो कर लंगड़ाते उस लड़की की तरफ बड़ने लगता है,और पूछता है, इतनी रात गए इस सुंनसान पर तुम यहाँ दुल्हन के जोड़े में क्या कर रही हो!

वो लड़की दुल्हन के जोड़े में घूँघट कर के सड़क के बीचों बीच बैठी थी, और राहुल के पूछने के बाद भी राहुल को जवाब नहीं दे रही थी, राहुल ने एक बार फिर उससे कहा तुम यहाँ अकेले क्या कर रही हो, तो तब लड़की राहुल को जवाब देते हुए कहती है!

मेरा प्रेमी मुझे धोका दे कर इस जंगल में ले आया, उसने कहा था, तुम अपने सारे सोने के जेवर और पैसे साथ ले आना,  हम दोनों भाग कर शादी करेंगे,पर उसने मुझे धोखा दे दिया, इतना कहते हुए वो लड़की जोरों से रोने लग जाती है!

राहुल खुद दर्द में था, पर उस लड़की को रोता देख वो उसकी मदद करने के हाथ आगे बढ़ाता है, और उसके कंधे पर हाथ रख कर कहता है, तुम चिंता मत करो में तुम्हे तुम्हारे घर तक ले जाऊंगा! इतना सुनते ही लड़की पलट कर राहुल को गले लगा लेती है, और भी जोरों से रोते हुए कहती है, मेरे प्रेमी ने पैसे और सोना तो मुझसे लूट ही लिया था, पर उसने मेरी इज्जत भी लूट ली और गला घोट कर मुझे मार भी डाला!

जैसे ही राहुल ने उस लड़की के मुह से ये बात सुनी, उसके हाथ पाव डर के मारे कापने लगे, और वो अपने आप को उस लड़की से बचाने के लिए जद्दो जहत करने लगता है, की उस जद्दो जहत में लड़की के मुह से घूँघट उठ जाता है, और राहुल उसे देख कर जोर से चिल्लाता है , article-imageआह आह छोड़ दो मुझे जाने दो मुझे बख़्श दो मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है, मै तो तुम्हारी मदद कर रहा था, लड़की दरावनि मर्दाना आवाज में कहती है, तुम में और मेरे प्रेमी में कोई फरक नहीं है, तुमने भी सड़क पर अकेली लड़की देख कर मेरा फ़ाईदा उठाने की कोशिश की, में किसी भी लड़के को नहीं छोड़ूंगी सबको मार डालूँगी!

वो लड़की कोई आम लड़की नहीं थी, वो तो दुल्हन के जोड़े में छुपी राहुल की मौत थी, एक भटकती आत्मा थी!

दूसरे दिन राहुल के घर वाले और राहुल का बॉस  , राहुल को तलाश रहे थे, तलाश ते तलाश ते वो उस रास्ते पर पहोच गए जिस रास्ते का राहुल ने चयन किया था और अपनी जान को मुश्किल में डाल दिया था, वहाँ उन्हें बहोत ही बुरी हालत में राहुल की लाश मिलती है!

                         
                                 दस्तक

राहुल को उस रास्ते पर पाव रखते ही, कई तरह की दस्तक मिली की वो उस रास्ते से ना जाए उस रास्ते से पलट कर वापस चले जाए, पर राहुल के अंध विश्वास ने उसकी जान ली, अगर वो हर रोज की तरह उसी रास्ते से जाता जहाँ से वो जाता था, तो वो जिंदा रहता था, बिल्ली रास्ता काटे या कुछ और ये सब अंध विश्वास है, इसी अंध विश्वास के चलते राहुल ने अपनी जान से हाथ धो दिए! दस्तक दस्तक दस्तक राहुल प्राकुतिक दस्तक समझ नहीं पाया!

राहुल की मौत के बाद से उस रास्ते पर सरकार द्वारा एक नोटिस बोर्ड लगवाया गया, जिस पर लिखा था, शाम होने के बाद से इस रास्ते से जाना वर्जित है, ( hounted way)

ये रचना मनोरंजन के लिए लिखी गई है, इसका किसी भी इंसान या किसी के निजी जीवन से कोई संबंध नहीं है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🎂🙏🏻🙏🏻🎂🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻


Papiya

Papiya

बहुत सुंदर

30 जून 2022

1
रचनाएँ
सुनसान राह मौत का मंजर
0.0
सुनसान राह मौत का मंजर, अक्सर ऐसा होता है अंध विश्वास के चलते लोग हमेशा अपनी बुद्धि पर पत्थर रखकर आँखें मुंन्द कर उसपर भरोसा कर अपनी राह से भटक जातें है, ऐसा ही कुछ इस रचना में हुआ है, राहुल के साथ!

किताब पढ़िए