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Overthinking

19 फरवरी 2023

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Overthinking या जरूरत से ज्यादा सोचना बहुत बहुत और बहुत ज्यादा ही अच्छा होता है। ये सुनने मे अजीब लगा होगा। क्योंकि किसी ने जब भी इसके बारे मे सुना होगा तो यही सुना होगा कि ज्यादा सोचना मानसिक बीमारी का लक्षण होता है। लेकिन हमेशा ये मानसिक बीमारी का लक्षण नहीं होता। कभी कभी कोई मानसिक रोगी ज्यादा सोचने से ठीक भी हो जाते है। और एक सामान्य व्यक्ती की तरह सोचने लगते है। बस ध्यान ये देना है कि हम सोच क्या रहे है। 

     मैंने अब तक जितने भी सिद्ध पुरुष देखे है। सब overthinker ही है और सब बस एक ही नाम के बारे मे सोचते रहते है और वो होता है उनके इष्ट देव का नाम।

     प्यार मे पड़ा लड़का या लड़की भी हमेशा ही अपने लवर के बारे मे सोचते है। जिससे उन्हें बहुत खुशी मिलती है। कभी कभी तो ये सोचना उन्हें इंसान बना देता है ।

    भगवान बुद्ध भी overthinking की वज़ह से ही ग्यान प्राप्त कर पाए थे। मीरा के बारे मे हम सब जानते है। कृष्ण के बारे मे overthinking की वज़ह से hi वो कृष्ण से मिल पाई थी। 

    लोगों को ये तो पता है कि overthinking गलत है। और overthinking मे क्या क्या सोच रहे वो गलत है। पर सही क्या है वो ना किसी ने जानने की कोशिश की है ।ना कोई बताता है । लोग सीधे डॉक्टर के पास जाते है। जबकि इसे सही करने के और भी दूसरे तरीके होते है। 

    मैंने जब भी overthinking को गूगल किया है तो मुझे यही मिला कि overthinking एक मानसिक बीमारी है। लेकिन क्यों और कैसे? अगर ये मानसिक बीमारी है तो जो लोग हर waqt अपने किसी भगवान का नाम वो मानसिक रूप से इतने स्वस्थ और शांत क्यों होते है। जिस किसी ने भी ये जानने या समझने की कोशिश की है। आज वो भी मानसिक रूप से शांत और स्वस्थ है।

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Praveen

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जो लोग ओवरथिंकिंग की बीमारी से जूझते है उनका विचारो पर कंट्रोल नही होता उन्हें अनचाहे विचार बार बार आते रहते है। इसलिए ओवरथिंकिन वो एक बीमारी है।

19 फरवरी 2023

Divyanjli verma

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19 फरवरी 2023

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रचनाएँ
Psyco Husband
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ये कहानी एक साइको किलर पर आधारित है। एक आदमी जिसकी नई नई शादी हुई थी। उसकी बीवी बहुत खूबसूरत थी। इसलिए प्यार के साथ साथ उसके मन मे डर और शक भी घर कर गया था। उसे लगता था की उसकी बीवी उसे छोड़ के चली जाएगी। या उसका किसी और के साथ भी सम्बन्ध चल रहा है। लेकिन उसकी बीवी हमेशा उसे भरोसा दिलाती की वो जो भी सोच रहा है एसा कुछ नहीं है। वो बस उसी से प्यार करती है। मगर एक दिन उसका पति उसे किसी और के साथ आपत्तिजनक हालत मे देख लेता है।जिससे उसका शक हकीकत मे बदल जाता है। और उसका दिल टूट जाता है। उसकी पत्नि को ये बात पता नहीं चलती की उसके पति ने उसकी चोरी पकड ली है। वो हमेशा की तरह ही नॉर्मल व्यव्हार करती है। लेकिन उसका पति जो उसे बहुत प्यार करता था। अब धीरे धीरे उसका प्यार नफरत और पागलपन मे बदलने लगता है। उससे ये बात बर्दास्त नहीं होती कि उसकी बीवी किसी और की हो जाये। इसलिए वो उस जान से मारने की सोचता है। जब वो अपनी बीवी को मार देता है तो फिर से उसे अकेलापन सताने लगता है। इस अकेलेपन को दूर करने के लिए वो दूसरी शादी करता है ।मगर उसे भी अपने शक की वज़ह से मार देता है। इस तरह वो कई शादियाँ करता है और सबको मार देता है। लेकिन एक लड़की उसके घर से अपनी जानबचा के भाग जाती है। कहानी मे बहुत सारे ट्विस्ट है। बहुत सारा मजा है। ये कहानी प्यार, डर, शक, रोमांच का मिला जुला रूप है।

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