कौतूहल एक मुश्किल तलाश दास्तान है दिल्ली में रहने वाले दो भाइयों की, जिनमे से छोटे भाई की हत्या कर दी जाती हैं l और फिर कातिल की तलाश में इस कहानी का सृजन होता है, जो कि जोरदार सस्पेंश, एक्शन, थ्रिलर और रोमांच से भरपूर है।
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कहानी बेहद रोचक और सस्पेंस वाली है बहुत खूबसूरत लेखन किया गया है
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उसने जैसे ही घर का दरवाजा खोला, सामने उसके भाई की लाश जो कि सोफ़े पर थी l कौतूहल (एक मुश्किल तलाश), दास्तान है दिल्ली के करोलबाग की, जहां दो भाई रहा करते थे उनमे से बड़े भाई करण का दिल्ली मे ही
भाग 1 में आपने देखा कि हिमांशु को कुछ दिनों तक फिरोजाबाद जाने का कहकर करण बिजनेस के काम से बेंगलुरु चला गया था। पर उसे क्या पता था कि दिल्ली में एक नया रहस्य उसका इंतजार कर रहा है lकरण बंगलुरु से लौटा
इधर पुलिस हिमांशु की कॉल डिटेल्स चेक करती हैं तो पुलिस को पता चलता है कि, हिमांशु ने लास्ट कॉल उसने पिता को किया था, और साथ ही पिता को कॉल करने से कुछ देर पहले उसके दोस्त रमन को भी कॉल किया गया था। इस
अब तक आप लोगों ने पढ़ा कि पुलिस ने उस फार्मूला से बने कीटनाशक के खरीदारों की जानकारी हांसिल कर ली, पर एसा कोई भी व्यक्ति न मिला जो शक के दायरे में आए फिर इसी क्रम में जब पुलिस ने एक लोकल डिस्ट्रीब्यूट
विनय ने देखा कि उस सुनसान इलाके में किसी इंसान को घसीट के ले जाने के निशान थे, जो कि ट्रैक के आसपास की मिट्टी के दरदरी और बालू समान होने के कारण दिखाई दे रहे थे, पर कुछ दिन पुराने हो
विनय ने वेन के मालिक से पूछताछ की, तो उसने बताया कि वो ड्राइवर है और वेन से बच्चों को स्कूल छोड़ने और वापस लाने का काम करता था।और उस दिन भी उसने शाम को बच्चों को स्कूल से घर छोड़ने के बाद, वेन को घर क
विनय ने अगले ही दिन शहर के सभी पेट्रोल पंप पर पूछताछ की, और उस दिन की फुटेज चेक की जिस दिन कार चोरी हुई थी। यहां विनय को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगती है जब उसे एक पेट्रोल पंप के फुटेज में एक व्यक्ति
अब जहाँ एक ओर विनय उस ड्रग्स के बारे में सोचकर परेशान था, तो वही दूसरी ओर करण के पिता विनय को फोन पर करण के लापता होने की सूचना देते हैं....।जिसे सुनकर विनय के होश उड़ गये, और फिर वो इसे विस्तारपूर्वक
ये सब बातें चल ही रही होती हैं, कि विनय अचानक ही करण के पिता को फोन करता है, औऱ उनसे करण की कार के बारे में पूछताछ करता है, फिर करण के पिता विनय को बताते है, कि जब में दिल्ली आया तो कार बंगले पर ही थ
फिर विनय उस वकील से मिलने जाता है और उससे पूछता है कि वो रोहित से किस सिलसिले में मिला था जिस पर वकील अपने क्लाइंट के बारे में कोई भी जानकारी देने से स्पष्ट मना कर देता है फिर विनय उस वकील के साथ जोर
अब एक और जब विनय उस नंबर पर फोन करता है जिससे करण ने रणवीर को फोन किया था, पर वो नंबर आउट ऑफ कवरेज एरिया बताया गया और फिर विनय इस नंबर को ट्रेस करने के लिए भेज देता है तो वहीं दूसरी ओर इंस्पेक्टर को भ
रोहित ने बताया कि जिस रात में करण से मिलने वाला था उसके कुछ ही दिन बाद मेरे पास करण का फोन आया..... और उसने मुझे उसकी प्रॉपर्टी सेलिंग कागजात बनवाने का बोला जिस पर मैंने उससे कारण जानने की कोशिश भी की
सर हमने ही करण को किडनैप किया था.........हमने ही हिमांशु को ज़हर दे कर मारा था.......और बब्बन को भी हमने ही मारा है.........अब हमे मत मारो सर हम सब बताते है......दोनों गिड़गिड़ाते हुए विनय से कह
अब चूंकि करण के पिता फिरोजाबाद में ही रहते थे, तो इसलिए शायद वो संग्राम को जानते हों......... ये सोचकर विनय उनसे इस बारे मैं बातचीत करने के लिए और साथ ही करण के मिलने की सूचना देने के लिए, करण क
विनय रुको..... तुम कहां जा रहे हो..........मेरी बात तो सुनो..........तुम उसे एसे नहीं गिरफ्तार कर सकते तुम्हें वहां की लोकल पुलिस के साथ की जरूरत पड़ेगी......वो एक बाहुबली है.....चिल्लाते हुए करण के प