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डाॅ.राजेश मिश्रा "राज" के बारे में

डॉ. राजेश मिश्रा सुल्तानपुर उत्तरप्रदेश के प्रतिष्ठित पं. रामलखन मिश्र वैद्य परिवार में १ जनवरी १९६३ को जन्म लिए और पिता पं. कैलाशचन्द्र और माता तारादेवी के वात्सल्य और देखरेख ने समाज को एक प्रतिभावान व्यक्तित्व दिया जो आज आर्ट ऑफ लिविंग सेन्टर बंगलूरू के नाड़ी परीक्षा विभाग में वरिष्ठ चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं। चिकित्सा के साथ ही धर्म पत्नी मणी मिश्रा और पुत्र प्रतीक एवं ऋतिक के अनथक सहयोग से सफल लेखक और ब्लॉगर के रूप में पहचाने जाते हैं।

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डाॅ.राजेश मिश्रा "राज" की पुस्तकें

हादसा

हादसा

एक हादसा जिंदगी को उस मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है जहां से बदकिस्मती किस्मत में बदलनी शुरू हो जाती है।अनजाने रास्ते, अजनबी दोस्त, अकस्मात घटनाएं किसी की जिंदगी का रूख कैसे मोड़ देती हैं कि एक शख्सियत खाक से शाह हो जाती है। यह किताब एक अनजान शख्सियत

14 पाठक
15 रचनाएँ
3 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 53/-

प्रिंट बुक:

160/-

हादसा

हादसा

एक हादसा जिंदगी को उस मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है जहां से बदकिस्मती किस्मत में बदलनी शुरू हो जाती है।अनजाने रास्ते, अजनबी दोस्त, अकस्मात घटनाएं किसी की जिंदगी का रूख कैसे मोड़ देती हैं कि एक शख्सियत खाक से शाह हो जाती है। यह किताब एक अनजान शख्सियत

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डाॅ.राजेश मिश्रा "राज" के लेख

अध्याय १५

19 मार्च 2022
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बर्धमान को आपरेशन के बाद पानी के जहाज से लड़कियों समेत देश से बाहर निकल जाने की व्यवस्था का निर्देश उसने पहले दे दिया था जब अपनी सहूलियत के सामान और आर्म्स उसने मंगवाये थे। तय हो चुका था मोना आक्रमण

अध्याय १४

19 मार्च 2022
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होटल से कार हायर कर विक्रम मोना को लेकर विक्टोरिया झील की ओर ड्राइव कर रहा था।  ड्राइविंग इस देश में दायीं ओर थी। जैसे ही उसने राइट टर्न लिया बांई ओर से दौड़ कर आती एक घबराई सी लड़की उसकी कार से टकरा

अध्याय १३

19 मार्च 2022
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प्लेन के रनवे पर दौड़ने और ६०,००० फिट ऊपर ऊंचाई पर पहुंचने तक मोना अपना सिर विक्की के कंधे पर टिकाये रखी और उस सुकून में उसकी आंखें मुंद गई।  एक हिचकोले के साथ प्लेन में जबरदस्त कम्पन होने से उसकी आं

अध्याय १२

19 मार्च 2022
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सुबह सवेरे सिक्रेट सर्विस हैडक्वार्टर से काली टेस्ला कार विक्रम गोखले और मोना राजपूत को लेकर सीधी एअरपोर्ट पहुंची जहां से उन्हें युगांडा की राजधानी कंपाला पहुंचने के लिए ऐंटेबी एअरपोर्ट उतरना था। मोन

अध्याय ११

17 मार्च 2022
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चीफ ने मुझे और मोना को एक साथ डिनर पर इन्वाइट किया था। मोना नार्मल फिरोजी कलर के सूट में परम्परागत भारतीय लड़की के रूप में और मैं डेनिम की ब्लू जीन्स और व्हाइट शर्ट में हल्की दाढ़ी मूंछ, हाथों में ब्र

अध्याय १०

17 मार्च 2022
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सुबह मेरी शूटिंग प्रैक्टिस का आखिरी दिन था, जो तकरीबन पूरा हो चुका था और मैंने अपने लिए ३८ कैलिबर की दो स्मिथ एन्ड वैसन पसन्द की जो मेरी फेवरेट हो चुकी थी। अभी मैं उसे अपने होलस्टर में जादू के जोर स

अध्याय ९

17 मार्च 2022
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रात शुरू नहीं हुई थी अभी और एक साउन्डप्रूफ एयरकंडीशन्ड वेल फर्निस्ड विशाल मोहगनी की मेज के पीछे बैठे प्रधानमंत्री की चश्मे के पीछे से झांकती आंखों का ताव नहीं ले पाया मैं और नजदीक जाकर पैर छूते हुए झु

अध्याय ८

17 मार्च 2022
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अचेतावस्था में ही साधू बाबा की छवि नजर आई , वो मुस्कुराते हुए आशीर्वाद की मुद्रा में बोले, "वत्स, इस आंखों से मन में झांक लेने की इस विद्या का प्रयोग इतनी दूरी से और अस्थिर गति वाले शरीर पर करने से मस

अध्याय ७

17 मार्च 2022
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सुबह पांच बजे की गाड़ी पर ड्यूटी थी बजरंगी की, रात में किसी दावत से देर से लौटा था। मैं समझ गया था कि सुबह मुझे ही जाना पड़ेगा इसलिए मैं जल्दी सोने के लिए लेट गया। दो तीन दिन से मैं देख रहा था कि बबु

अध्याय ६

17 मार्च 2022
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शाम को आदतवश मैं झील के किनारे अपनी जगह पर नियत समय पर जाकर बैठ गया जहां से सामने और झील में एकसाथ चांद दिखता था और तारे शरारत करते थे।  चांद दुबला हो गया था और बार बार बादलों की ओट में चला जा रहा था

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