बेचारा,पथिक भूखा हो गया है,रास्ता भी थका सा हो गया है,पाँव अभागे निकले थे गाँव से शहर को कुछ करने,आज उसके साथ ये क्या हो गया है..बेचारा, पथिक प्यासा हो गया है,सोचता है ये क्या हो गया है,अपने घर जाने को तड़फ रहा है, बेचारा,उसका जो सहारा था आज खो गया है.पहले शहर जा के उ