17 दिसम्बर 2019
कुछ फ़र्ज थे, तो थी कुछ जिम्मेदारीयाकुछ हालात थे, तो थी कुछ मजबूरीयाथा तो वो हमारा बचपन का ही समयमगर वक़्त से पहले ही हमें बड़ा बना दिया गया