अंश, आलिया,रोहन,नंदनी सब कार मे बैठकर अरनब की घर की तरफ चल पड़ते है। उनके पीछे उन चारों के बॉडीगार्डस भी आ रहे थे।
थोड़ी देर में वो सब अरनब के घर के पास रुकते हैं तभी अंश नमन को बुलाकर उसे बोलता है. . . . . . . "जाओ और जाकर अरनब को बोलो कि चुपचाप से शिवांगी को मुझे दे दे, नहीं तो उसके बाद उसका जो भी अंजाम होगा उसका जिम्मेदार वो खुद होगा।"
उसकी ये बात सुनकर नमन अरनब के मेंशन के अंदर जाता है, वहां पर उसके सारे बॉडीगार्डस खड़े थे। वो सब उसे देखकर गन तान देते हैं। अरनब सोफे पर बैठा हुआ था और उसके बगल में उसकी गर्लफ्रेंड आरोही और शिवांगी बैठी हुई थी। शिवांगी बहुत ही ज्यादा डरी हुई लग रही थी।
नमन अरनब का बोलता है. . . . . . . "अंश सर ने तुम्हें लास्ट वार्निंग दिया है, शिवांगी मैडम को उनके हवाले कर दो नहीं तो उसके बाद जो भी होगा उसके जिम्मेदार तुम खुद होगे।"
अरनब गुस्से में खड़े होकर बोलता है. . . . . . . "मैं तेरे बॉस से डरता नहीं हूं, जो करना है कर ले वो पर शिवांगी को मैं यहां से जाने नहीं दूंगा।"
नमन एक नजर शिवांगी की तरफ देखता है फिर घर के बाहर जाकर अंश को सब बताता है। अंश ये सुनकर गुस्से में अपने हाथों की मुट्ठी कस लेता है और अपने बॉडीगार्ड्स को इशारा करता है तभी बाहर से गोलियां चलने की आवाज आने लगती है, आवाज सुनकर शिवांगी अपने कानो को अपने हाथों से बंद कर लेती है, दूसरी तरफ से अरनब के बॉडीगार्ड्स भी गोलियां चला रहे थे।
धीरे-धीरे अरनब के बॉडीगार्डस की संख्या कम होने लगती है। अरनब शिवांगी और आरोही को बोलता है. . . . . . . "एक काम करो तुम दोनों पीछे के रास्ते से निकलो, इसे मैं संभालता हूं।"
आरोही अरनब के गले लग कर बोलती है. . . . . . . "नहीं मैं तुम्हें छोड़कर नहीं जाऊंगी। वो अंश एक डेविल है। वो तुम्हें जान से मार डालेगा वैसे भी वो तुमसे बहुत नफरत करता है।"
अरनब आरोही को खुद से दूर करते हुए बोलता है. . . . . . . "मैंने कहा जाओ यहां से।"
आरोही आंखों में आंसू लिए उसकी तरफ देखती है। वो फिर आँखो मे आंसू लिए बाहर की तरफ जाने लगती है, जाते-जाते उसके कदम रुक जाते हैं वो फिर से पलट कर अरनब की तरफ देखती है,अरनब की आंखें भी नम थी, आरोही ये देखकर भाग कर जाती है और फिर से उसके गले लग जाती है और अरनब भी उसे अपनी बाहों में भर लेता है।
थोड़ी देर बाद अरनब उसे खुद से दूर करके उसके होठों को चूम कर बोलता है. . . . . . . "अब जाओ तुम दोनों अपना ध्यान रखना।"
आरोही और शिवांगी वहा से निकलकर पीछे के रास्ते से चली जाती है।
थोड़ी देर बाद अंश के बॉडीगार्ड्स अरनब के सारे बॉडीगार्डस को मार देते हैं और वो सब मेंशन के अंदर आ कर अरनब को घेर कर उस पर गान तान देते है।
अरनब आराम से सोफे पर बैठा मुस्करा रहा था। अंश, आलिया, रोहन, नंदनी भी मेंशन के अंदर आते हैं। अंश गुस्से में चारों तरफ शिवांगी को खोजने लगता है।
अरनब उसे देखकर हंसते हुए बोलता है. . . . . . . "जिसे तू खोज रहा है ना वो यहा से जा चुकी है।
अंश उसे गुस्से मे देखता है और उसके पेट मे एक लात जोर से मारता है। अरनब भी खड़ा होकर उसे बहुत बुरी तरह से मारने लगता है। दोनों ही एक दूसरे पर हावी हो रहे थे, दोनों में से कोई भी कम नहीं था। उन दोनों का झगड़ा देखकर ऐसा लग रहा था जैसे आज वो दोनों एक दूसरे को जान से मार ही देंगे।
थोड़ी देर में अरनब अंश पर भारी पड़ने लगता है,अंश जमीन में गिर जाता है, अरनब उसके ऊपर बैठकर उसके चेहरे पर जोर-जोर से पंच मारने लगता है तभी आलिया फ्लावर वॉश उठाकर पीछे से अरनब के सर पर फ्लावर वॉश मारती है, जिससे अरनब सर पकड़ कर गुस्से मे आलिया की तरफ देखता है और वही बेहोश हो जाता है।
वहीं दूसरी तरफ आरोही और शिवांगी सुनसान रास्तों पर भागे जा रही थी तभी आरोही रुक जाती है।
शिवांगी उसकी तरफ देखकर हैरानी से पूछती है. . . . . . . "क्या हुआ आरोही, तू रुक क्यों गई चल।"
आरोही उसे रोते हुए बोलती है . . . . . . . "शिवांगी इसके आगे तू अकेले जा, मैं अरनब को ऐसे छोड़कर नहीं जा सकती, मैं अरनब के पास जा रही हूं।"
उसकी बात सुनकर शिवांगी हैरानी से उसकी तरफ देख कर बोलती है. . . . . . . "तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या, तू भूल गयी उन्होंने क्या कहा था और वहां लौट कर वापस जाना खतरे से खाली नहीं है।"
आरोही रोते हुए बोलती है . . . . . . . " जो भी हो पर मैं मेरे अरनब के पास जा रही हूं और इसके आगे तुझे अकेले ही जाना पड़ेगा, इसके बाद तुम मुझे नहीं रोकेगी, तूझे मेरी कसम।"
शिवांगी ये सुनकर उसके गले लग जाती है, आरोही उसे धक्का देती हुये बोलती है. . . . . . . "अब जा यहां से।"
शिवांगी रोते हुए उसे देखती है और वहां से चली जाती है, आरोही भी वापस मेंशन की तरफ चल देती है।