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अब मैं समझा (हिरण)

20 सितम्बर 2022

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वाह। मेरे सिंग कितने सुंदर हैं। 

इनसे मैं कितना अच्छा दिखता हूं। 

                   लेकिन मेरी टांगें कितनी भद्दी और पतली है । 

                 इन्हें देखकर तो खुद पर शर्म आती हैं । 

अरे । यह तो शिकारियों की बंदूक की आवाज है। 

हाय। मेरे सिंग तो झरिया में फंस गए। अब क्या करूं। 

                शिकारी तो पास आ रहे हैं। ज़ोर लगाता हूं । 

  मैं अपनी सींगो पर कितनी इतरा रहा था 

पर आज इन्ही की वजह से मेरी जान जा सकती थी । 

                 इन टांगो पर मुझे शर्म आ रही थी 

                 लेकिन इन्ही ने मेरी जान बचाई। 

अब मैं समझा सुंदरता का मतलब ।  

   

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वाह। मेरे सिंग कितने सुंदर हैं।  इनसे मैं कितना अच्छा दिखता हूं।                     लेकिन मेरी टांगें कितनी भद्दी और पतली है ।                   इन्हें देखकर तो खुद पर शर्म आती हैं ।  अरे । यह तो

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