गीत (माँ )
“माँ” *गीत* जब तक हैं माँ घर के अंदर ,रोशन कोना कोना है |माँ की ममता से हर घर, हों जाता सोना सोना है || (१)माँ की गोद है नर्म बिछौना- लोरी सुन सुन सोता हूँ |माँ का आँचल जब ना मिलता,मैं जोर जोर से रोता हूँ ||*जब तक माँ ना आजाती है,सारे घर में रोना है ......