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अक्सर

27 जनवरी 2015

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featured imageअक्सर मुझे वो याद रहता है -2 जो मैं भूल जाना चाहता हूँ ! होठों पर नहीं आते वो नगमें -2 जो मैं गुनगुनाना चाहता हूँ ! बढ जाती हैं दूरियां उससे और भी -2 जब भी मैं फासले घटाना चाहता हूँ ! ख्यालों में होता है चेहरा उसी का -2 जिसकी तस्वीर भी मैं जहन से मिटाना चाहता हूँ ! अक्सर मुझे वो याद रहता है -2 जो मैं भूल जाना चाहता हूँ ! © संजीव बाल्दा

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