अक्सर मुझे वो याद रहता है -2
जो मैं भूल जाना चाहता हूँ !
होठों पर नहीं आते वो नगमें -2
जो मैं गुनगुनाना चाहता हूँ !
बढ जाती हैं दूरियां उससे और भी -2
जब भी मैं फासले घटाना चाहता हूँ !
ख्यालों में होता है चेहरा उसी का -2
जिसकी तस्वीर भी मैं जहन से मिटाना चाहता हूँ !
अक्सर मुझे वो याद रहता है -2
जो मैं भूल जाना चाहता हूँ !
© संजीव बाल्दा