मां की बातें भी कुछ, याद हमें दिलाती हैं... जीवन में कैसे जीना है, ये रोज हमें बतलाती हैं... कभी-कभी तो हमें भी,याद मां की आती हैं... आखिर मां की बातें ही हमें जीवन जीना सिखाती हैं... डांट भी
मां तेरी हर जरूरत, क्या मैं पुरी कर पाऊंगा... जब पुकारेगी मां,तो क्या मैं दौड़ा चला आऊंगा... हर समय मेरा ख्याल, कैसे रख लेती हों मां... मैं सोता भी रहूं तो मेरी सुरत कैसे तख लेती हों मां... खुद गी
मां तुम देवी थी ममता की थी मूरत लाखों चराग जला कर ढूंढती फिर भी नही मिलती तुम मेरी मां और न ही तुम्हारी ममता या प्यार मां मुझे हंसते हुए देख जब तुम मुस्कुराती थी जब रोता हुआ देख तुम उदास हो जाती थी
सृष्टि को देने मूर्त रुप ईश्वर नेकिया अपनी प्रतिमूर्ति का निर्माण,ममतामयी एक मूरत का कर सृजनकिया इस सृष्टि का उत्थान।मां सरस्वती के आशीष से सिंचितज्ञान की जिसे दी निर्मल धार
ऐसे जीवन का सार देती है,उम्र भर का जो प्यार देती है,देह तकलीफ़ जरा सी हो जो,मां तो नज़रें उतार देती है। ~कवि ऋतिक तिवारी कानपुर नगर उत्तर प्रदेश
वात्सल्य में डूबता जिसका,मन और गात हैवही तो प्यारी मां हैवही तो प्यारी मां है।जो जीवन की शक्ति है ,मन की अभिव्यक्ति है,जो बच्चों का संबल है,स्वभाव से निर्मल है,जो घर का सम्मान हैवही तो प्यारी मां है।ज
मेरे बच्चों,सचेत रहना... बस कल ही गुड़िया मुझसे यह सवाल पूछ रही थी, 'मम्मी यौन उत्पीड़न का मतलब क्या होता है?' मैने खुद को संयत करने की कोशिश की थी। मैं अपने चेहरे पर 'जोएल' (बेटा) की आंकती हुई नज़र को महसूस कर सकती थी। वह मेरे भीतर चलते द्
15 अगस्त यानी भारत के आजाद होने का दिन, जब पूरा देश एक हो जाता है। हर किसी की देशभक्ति दिखती है और हर कोई आजादी के जश्न में डूब जाता है। इस साल आजादी और रक्षाबंधन का जश्न देश एक साथ ही मना रहा है। रक्षाबंधन का त्यौहार देश के लिए अहम है और इसे हर धर्म के लोग मनाने लगे हैं क्योकि धर्म चाहे जो भी हो ले
औरत - मां से पहले पत्नी थी : ( प्रश्न - उत्तर, चिंतन 1 )आवश्यक है, अनिवार्य है मां का सम्मान;मां, बच्चे का जीवन है, क्यों न हो मां का सम्मान। इस के संबंध में कुछ चर्चा करते हैं;मां पहले पत्नी थी, पत्नी रूप में कितना था सम्मान ??मां का; समाज, व्यक्ति और संतान; करें इतना सम्मान;पहले पहले मां पत्नी थी
जयपुर की सहिंता अग्रवाल ने खुद से पहले अपनी मां के लिए पति ढूंढा और उनकी धूमधाम से शादी भी करवाई। वर्तमान में यह घटना सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।संहिता अग्रवाल कहती है कि उसको अपने द्वारा लिए गए इस फैसले पर गर्व है। संहिता का कहना है कि उसने दो साल पहले अपने पिता
सबकी चहेती राधे मां जल्द ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने जा रही है। राधे मां की वेब सीरीज ‘राह दे मां’ से एक्टिंग डेब्यू करने रही हैं। हाल ही में इसका ट्रेलर रिलीज किया गया है। इस सीरीज के जरिए राधे मां के भक्तों की कहानी बताई जाएगी। इस वेब सीरीज में राधे मां अपना ही किरदार निभाती नजर आएंगी।पिछले