भ्रष्टाचार एक ऐसा मुद्दा रहा है जिसने भारत् के हर निवासी को ‘एक’ कर दिया है। हालांकि, भ्रष्टाचार के लिए कौन जिम्मेदार है, यह एक बह्स का मुद्दा बना हुआ हैं इसके लिए अक्सर हम और हमारी जनता के द्वारा राजनेताओं और नौकरशाहों पर उंगली उठना बहुत आसान है। लेकिन क्या घूस देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले उतने ही जिम्मेदार नहीं हैं?
हम सभी जानते है कि 2 जी, सीडब्लूजी और खनन घोटालों से सरकारी खजाने को करोड़ों रुपयों का चूना लगा है। लेकिन क्या 1000 रुपये के चालान से बचने के लिए ट्रैफिक पुलिस को 100 रुपये घूस देने वाला शख्स, रेलवे टीटीई को सीट के लिए घूस देने वाला यात्री और कॉलेज में एडमिशन के लिए डोनेशन के नाम पर घूस देने वाले मां-बाप दोषी नहीं हैं?
इन सभी अपराधों का स्तर अलग-अलग है, लेकिन इन सब में ‘चलता है’ का रवैया एक जैसा है। इसलिए अब सवाल उठता है- अपने देश में दिख रहे भ्रष्टाचार के लिए कौन जिम्मेदार है? हम अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रष्टाचार देखते हैं। इनमें सरकार, शिक्षा, मीडिया, दूरसंचार, रिटेल, निर्माण और खनन जैसे तमामा अहम क्षेत्र शामिल हैं। यहीं से मुझे मेरे दूसरे सवाल का सिरा मिलता है- हमारा मार्गदर्शन कौन करेगा और कौन यह बताएगा कि भ्रष्टाचार को कम और आखिर में खत्म कैसे करना है?
वे कौन से नेता, विचारक, रणनीतिकार, कॉरपोरेट दिग्गज हैं जिनका ज्ञान, जिनकी विशेषज्ञता और सलाह आप को यानी भारत के लोगों को मंजूर होगी?
और अंत में, आपके पास अपने महान देश को इस विपदा से मुक्ति दिलाने के लिए क्या रास्ता है? आपको क्या लगता है कि भ्रष्टाचार को खत्म करने का क्या तरीका हो सकता है? अगर एक अरब लोग अपना दिमाग लगाएं तो मुझे यकीन है कि रास्ता जरूर निकलेगा और अंधकार भरी सुरंग के अंत में रोशनी दिखेगी।
यही वजह है कि हमने आपके सामने ये सवाल रखे हैं। आप नीचे मौजूद कमेंट बॉक्स में ऊपर पूछे गए तीन सवालों के जवाब दीजिए- आपके मुताबिक भ्रष्टाचार के लिए कौन जिम्मेदार है? इसे खत्म करने के लिए आप किसकी राय जानना चाहते हैं? और अंत में भ्रष्टाचार से लड़ने के उपायों पर आप अपनी राय जाहिर कीजिए।
और हमारी कोशिश होगी कि हम सब साथ-साथ भ्रष्टाचार की पहेली सुलझाएं और कुछ सवालों के जवाब जरूर ढूंढ लें।