दिनांक 8 सितंबर को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हर साल विश्व भर में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को साक्षरता को बढ़ावा देने, शिक्षा के महत्व को प्रमोट करने, और साक्षरता के अधिकारों की सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।
साक्षरता की परिभाषा में हमेशा से कुछ परिवर्तन हुआ है। पहले साक्षरता केवल अक्षरों और शब्दों को पहचानने और पढ़ने-लिखने की क्षमता से जुड़ी होती थी। लेकिन आज के युग में साक्षरता का अर्थ बड़े पैमाने पर विस्तारित हो गया है। अब साक्षरता के माध्यम से हमारी सोच, ज्ञान, और समझ भी विकसित होनी चाहिए।
शिक्षा हर व्यक्ति का मूलाधार होती है। एक समर्पित और साक्षर समाज का निर्माण केवल शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। शिक्षित लोगों की संख्या बढ़ने से समाज में समानता, सुरक्षा, और समृद्धि की आशा पूरी होती है।
साक्षरता के महत्व को समझने के लिए हमें इस बात का ध्यान देना चाहिए कि अनपढ़ता वाले लोगों की संख्या अभी भी बहुत अधिक है। विश्व भर में लगभग 750 मिलियन लोग साक्षरता से वंचित हैं। यह संख्या चिंताजनक है, क्योंकि साक्षरता के बिना मानवीय विकास संभव नहीं है।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर, हमें साक्षरता के महत्व को समझना और साक्षरता की प्रोत्साहना करने की जरूरत है। हमें शिक्षा को महत्वपूर्ण मानकर, अपने परिवार, समाज, और देश के लिए उच्चतम स्तर की शिक्षा को सुनिश्चित करने की जरूरत है।
इस दिन को मनाने का मकसद साक्षरता के महत्व को प्रमोट करना है। हमें अपने आस-पास के लोगों की साक्षरता को सुनिश्चित करने, स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा के लिए सुविधाएं बढ़ाने, और साक्षरता से वंचित लोगों की मदद करने के प्रति अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हमें साक्षरता की महत्वपूर्णता को समझने के साथ-साथ, इसकी प्रोत्साहना और सुरक्षा के लिए एक साथ आगे बढ़ने का मौका देता है। हमें साक्षरता को एक प्राथमिकता मानकर, इसे सभी लोगों के लिए संभव बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए।
इस अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर, हमें साक्षरता के महत्व को समझने, शिक्षा को महत्वपूर्ण मानने, और साक्षरता की प्रोत्साहना करने के लिए एक संकल्प लेना चाहिए। साक्षरता हमें स्वतंत्र, समृद्ध, और समानिता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी।
इस अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर, हमें साक्षरता के महत्व को समझने, शिक्षा को महत्वपूर्ण मानने, और साक्षरता की प्रोत्साहना करने के लिए एक संकल्प लेना चाहिए। साक्षरता हमें स्वतंत्र, समृद्ध, और समानिता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी।