shabd-logo

अपने ही देश पर बम वर्षा

25 मार्च 2023

13 बार देखा गया 13

इन फाइटर जेट्स का निकनेमा 'ऐ ऐसा पर शहर के सारे लोग घरों से जंगल और पड़ियों में भाग गए। भीम १० छोटे बच्चे और का हुआ होगा जिनके परोपर मग जब सरकार हो रही हो आपके दिमाग में उठा होगा

कि मामला से आजादी से पहले का है जब 1895 में के साथ कई दौर की केने 1995 में इस इलाके पर कर लि लगभग सारी जनता का धमक दियो के आगे उन उन्हें ईसाई बनने के ब भी है।

आजादी द लेकिन मनो किया है। उनकी पुस्तकें 'गुमनाम का ज्यादातर हिरा के गौरवशाली गाथाएँ आम के नेताओं पर क्षेत्र के सील करने के आय और 'इतिहास के 50 वायरल लगने लगे और राज् करने लगे मी को राज्यको

कमी दर्ज की गई. अर नायकों की

मेने एक और 1950-60 में ब सरकार ने मिने आदिवासियों को मरने के लिए

95इन में आ गई थी।

छोड़ दिया सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली ऐसी करते हैओं ने के लिए मिलकर एक संगठन नेता गो की भरपूर मदद इस संगठन ने पहाड़ी की तो लोग इस संगठन की काफी इज करने लगे वहाँ भारतीय सरकार के खिलाफ अलगद को भावना भी भड़कने लगी।

सलग इंडियन आर्मी में में आम सरकार के साथ एकाउंट्स और पर काम किया लेकिन मिजो डिस्ट्रक्ट में अके समय आयाम सरकार का देखा गया 2 साल बाद इस संगठन ने अपना नाम बदलने (एमएफ) और अब स्वरूप भी लिया गले में इस भारत विरोधी विदेशी शक्तियों से बढ़ाकर अपने को बढ़ा इसी को एक मिशन (एमए) ने नायकों के नाम पर खड़ी कर दो।

पूर्वी पाकिस्तान अब देश से उसे सैन्य पदम और एमएनए ने सीधे भारत से अलग देश बनेकी शुरु करने पूर्वी पाकिस्तान की भी की और ट्रेनिंग का समझौता भी कर लिया। आमा ने उसे एक भी कर लिया, लेकिन अच्छे आचरण के द हुआ और म्यांमार के फादर ऑफ सान सुकी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री आगमन की कीमत का काम और उन्हीं से प्रेरणा लेता था। कम्यूनिस्ट विचार से जुगन पैसे ही राष्ट्र के विचार कोनहींमनाऐ में लाल को देश के को भारत से अलग करके नया देश बनाने में कोई नहीं

28 फरवरी 1966 को एक बड़े का ऐलान किया और 1 मार्च को को एक अलग देश कर दिया और उसके ही ऑपरेशन' आम के सरकारी दरी पर करना शुरू कर दिया के के के 10000 ले लड़कों की फौटने मेंटर दियो के साथ साथ पेट्रोल पम्प आदि पर भी करना शुरू कर दिय और की कोशिश लोकॉप्टर से भी की गई, लेकिन विद्रोहियों की

उस इंस्टा से मन मार्च को ट से फायरिंग के बाद अगले दिन ने 5 घंटे कोने अपने एक लेख में परम राजेश बाद में पार्टी में काफी तरक्की दी गई। 1998 में ने एक इंटरव्यू में कहा था कि में एमएनएफ में अगर शामिल हुआ 1966 में के खिलाफ हुआ था आज तक के सद लोग "नवस के तौर पर इस दिन को क है। इससे कि जब एक 1968 में जो के ऊपर से उड़ रहे थे उनके एमआईर परने की एक नहीं ऐसा था के सौभाग्य का तो अ लेकिन उन्हेंॉप्टर के कमजोर ओिं की जानकारी नहीं सो

ऐ और आम पास के इलाके 25 मार्च तक फिर से भारत सरकार के में आ गए थे। लेकिनउठने लगे कि एयर के ए और अपने ही नागरिकों पर को? अग 20 उन कहकर साथ ही एक

लोग दूकीपर बने रहते उनक एक ही रोड के किनारे आपको जाना है, जो सेक सेएरीआपको इंडियन आर्मी कर देंगे और कभी सरकार कोड पर बहनों में अपने में में चीनियों के साथ केन्या में कोएकेा न

लेकिन इंदिरा गंध और केक उन्होंने को है तीन दूसरे देश की जनता के दो भारतीय 764 516 को पूरी तरह लिया और उनको 

प्रभात प्रकाशन (Prabhat Prakashan) की अन्य किताबें

empty-viewकोई किताब मौजूद नहीं है
2
रचनाएँ
इंदिरा फाइल्स
5.0
लेकिन इंदिरा गांधी ही क्यों? आजाद भारत में इंदिरा गांधी वंशवाद का सबसे बड़ा और पहला उदाहरण हैं। वंशवाद का एक ऐसा उत्पाद, जिसको लौह महिला भी कहा जाता है और दूसरी तरफ आपातकाल थोपने के लिए हर साल उनकी तानाशाही को श्रद्धांजलि भी दी जाती है। एक तरफ पाकिस्तान के दो टुकड़े करके इंदिरा गांधी ने भारतीय इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवा लिया, तो दूसरी तरफ गांधारी की तरह बेटे को अंधा प्रेम कर ‘संजय की मम्मी, बड़ी निकम्मी’ जैसा नारा भी झेला। एक तरफ सिक्किम विलय में अहम भूमिका निभाई तो दूसरी तरफ ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का दाग उनकी मौत भी नहीं मिटा पाई। एक तरफ परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत और हिम्मत को पर लगा दिए तो दूसरी तरफ पहली ऐसी प्रधानमंत्री बनीं, जिनको हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री पद से ही हटने का आदेश जारी कर दिया। यह पुस्तक किसी भी जागरूक पाठक, शोधार्थी, पत्रकार, नेता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए काफी तथ्यात्मक हो सकती है। कुछ मुद्दे जो इस पुस्तक में लिखे गए हैं, वे और ज्यादा जगह माँगते थे, लेकिन ज्यादा विषयों को लेने की रणनीति के चलते उन्हें सीमित जगह ही दी गई। शोधार्थी इसको आधार बनाकर और गहन अध्ययन कर सकते हैं।

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए