दोस्ती
मोहब्बत; जब दिल से निकलकर होठों पर आती है, तो, एक भीनी सी खुशबू, चारों तरफ फैल जाती है, आँखें बयान करती है स्पर्श भावुकता का, और खुशीयों की कली, पुष्प बन जाती है, है ये दोस्ती दिल और धड़कन के जैसी, एक के रूकने से अक्सर, दूसरी भी रूक जाती है| Written By Asheesh Kamal