मधु एक ऐसे परिवार मे पली बड़ी थी जहाँ हंसी खुशी का माहोल रहता। हरपल लोग एक दूसरे के साथ समय बिताने का बहाने खोजते। शादी हो या पर्व या जन्मदिन बहुत ही धूमधाम से मानते।
मधु एक शादी एक बहुत ही बड़े घर मे तय हुआ था। जब मधु ने अपने ससुराल वालो को सोशल मीडिया पर ढूंढा कोई नहीं मिला।
जब शादी हुई ससुराल पहुंची तो ज्यादा कोई लोग नहीं था। लेकिन थोड़ा बहुत रस्म हुआ और सभी लोग जा कर सो गए। अब मधु को ऐसा लग रहा था कि कब यहाँ से जाये।
मधु को से ना ही कोई बात करता ना हि कुछ। नौकरो की कमी नहीं थी सभी लोग बिजी यहाँ तक की उसका हसबैंड मानव वो भी बहुत बिजी जब भी आता थोड़ा सा बात करता सो जाता। यहाँ तक कि कोई एक दूसरे से अच्छे से बात तक नहीं करता। एक दूसरे के साथ बैठ कर
खाना तक नहीं खाते थे।
मधु ने सबका जन्मदिन को अच्छे से याद कर लिया था हाल मे ही उसकी ननंद शैली का जन्मदिन आया
तो मधु ने एक छोटी सी पार्टी रख दी। जब सभी लोग शाम मे पार्टी मे शामिल हुए तो शैली ने कहा- भाभी ये सब की क्या जरूरत थी।
सभी लोग थोड़ा बहुत खा कर चलेगे। इसी तरह
उसके हसबैंड का जन्मदिन था। इसी प्रकार सभी आये थोड़ा बहुत कुछ समय बिता कर चले गए।
इसी तरह ससुर का जन्मदिन आया इसमे बहुत से गेस्ट आये थे आधी रात बीत गई। तब जाके पार्टी खत्म हुई।
जब सभी लोग सुबह उठे तो सभी लोग एक दूसरे के साथ नास्ता करने बैठे थे। मधु के ससुर जी ने कहा- आज कितने दिन बाद हमलोग एक दूसरे साथ बात कर रहे हैं बस मधु के वजह से क्यों मधु। तुम बार बार सबका जन्मदिन मना रही थी सबको करीब लाने के लिए ही देखो हम सब साथ हैं।
मधु- जी पापा परिवार ऐसे ही अच्छा लगता हैं।
ससुर जी बोले- हर घर मे तुम जैसी बहु हो। तो वो घर
कोई स्वर्ग से कम नहीं हैं। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏