मशीनों के बलबूते बहती धाराओं पर, मनुष्य के लालच ने अवरोध लगाये। लहलहाती फसलों के लिए रसायनों के प्रयोग अपनाएं, आश्रित जीवों के क्रम को भेद, मनुष्य के लालच ने धरा को बंजर कर डाला है। ज़मीं के गड्ढे पाटें जातें नहीं, अंतरिक्ष में गेंद उछाला जाता है। धरा का स्वर्ग नरक कर डाला, इंसान अपने मतलब के लिए ह
घर में परिवार हुए एकल, मानव बड़े बूढों की छांव बिना, परछाई से नाता जोड़े हैं। अब बड़े बुजुर्ग पलक पसारे, अखियां रस्ता देखे हैं। अब आंगन में नीम, शीशम की छांव नहीं, आंगन भी अब सीमेंट से छाए हैं। बरामदे का दे नाम, दो गमले नीचे रख, कुछ छोटे गमले लटकाये है। बड़ा बूढ़ा दाढ़ी वाला बरगद पूजे का मिले नहीं
मैं उसे अक्सर देखा करता था। दिन में न जाने कितनी बार उसका वोमासूम चेहरा मेरी नजरों की राह गुजरता था। कभी वो घर की बाहरदरी में झाड़ू लगातेनजर आती तो कभी बाहर कचरा डालने जाया करती थी। जब वो हमारे पड़ौस में रहने आई थी, तब उसकीउम्र यही कोई बारह या तेरह की होगी। अंजाने माहौल में ढलते-ढलते उसे छ: माह