shabd-logo

भाग:28

21 नवम्बर 2021

32 बार देखा गया 32


article-image

जब अश्वत्थामा ने अपने अंतर्मन की सलाह मान बाहुबल के स्थान पर स्वविवेक के उपयोग करने का निश्चय किया, उसको  महादेव के सुलभ तुष्ट होने की प्रवृत्ति का भान तत्क्षण हीं हो गया। तो क्या अश्वत्थामा अहंकार भाव वशीभूत होकर हीं इस तथ्य के प्रति अबतक उदासीन रहा था?


तीव्र  वेग  से  वह्नि  आती  क्या  तुम तनकर रहते  हो? 

तो  भूतेश  से  अश्वत्थामा  क्यों  ठनकर यूँ   रहते  हो?

क्यों  युक्ति ऐसे  रचते जिससे अति दुष्कर  होता ध्येय, 

तुम तो ऐसे नहीं हो योद्धा रुद्र दीप्ति ना जिसको ज्ञेय?


जो विपक्ष को आन खड़े  है तुम  भैरव  निज पक्ष करो।

और कर्म ना धृष्ट फला कर शिव जी को निष्पक्ष  करो।

निष्प्रयोजन लड़कर इनसे  लक्ष्य रुष्ट  क्यों करते  हो?

विरुपाक्ष  भोले शंकर   भी  तुष्ट  नहीं क्यों  करते   हो?


और  विदित  हो तुझको योद्धा तुम भी तो हो कैलाशी,

रूद्रपति  का  अंश  है तुझमे  तुम अनश्वर अविनाशी।

ध्यान करो जो अशुतोष  हैं हर्षित   होते  अति  सत्वर, 

वो  तेरे चित्त को उत्कंठित  दान नहीं  क्यों  करते  वर?


जय मार्ग पर विचलित होना मंजिल का अवसान नहीं,

वक्त पड़े तो झुक जाने  में ना  खोता स्वाभिमान कहीं।

अभिप्राय अभी पृथक दृष्ट जो तुम ना इससे घबड़ाओ,

महादेव  परितुष्ट  करो  और  मनचाहा  तुम वर  पाओ।


तब निज अंतर मन की बातों को सच में मैंने पहचाना ,

स्वविवेक में दीप्ति कैसी उस दिन हीं तत्क्षण ये जाना।

निज बुद्धि प्रतिरुद्ध अड़ा था स्व  बाहु  अभिमान  रहा,

पर अब जाकर शिवशम्भू की शक्ति का परिज्ञान हुआ।


अजय अमिताभ सुमन: सर्वाधिकार सुरक्षित

9
रचनाएँ
दुर्योधन कब मिट पाया
0.0
महाभारत के इस पात्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालती कविता
1

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग:27

31 अक्टूबर 2021
2
0
0

<p>शिवजी के समक्ष हताश अश्वत्थामा को उसके चित्त ने जब बल के स्थान पर स्वविवेक के प्रति जागरूक होने क

2

भाग:28

21 नवम्बर 2021
0
0
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425242f7ed561c89

3

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-29

5 दिसम्बर 2021
1
0
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425242f7ed561c89

4

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग:30

19 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p>अश्वत्थामा दुर्योधन को आगे बताता है कि शिव जी के जल्दी प्रसन्न होने की प्रवृति का भान होने पर वो

5

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-31

16 जनवरी 2022
1
1
0

जिद चाहे सही हो या गलत  यदि उसमें अश्वत्थामा जैसा समर्पण हो तो उसे पूर्ण होने से कोई रोक नहीं सकता, यहाँ तक कि महादेव भी नहीं। जब पांडव पक्ष के बचे हुए योद्धाओं की रक्षा कर रहे जटाधर को अश्वत्थामा ने

6

दुर्योधन जब मिट पाया:भाग:32

23 जनवरी 2022
1
0
2

इस क्षणभंगुर संसार में जो नर निज पराक्रम की गाथा रच जन मानस के पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाता है उसी का जीवन सफल होता है। अश्वत्थामा का अद्भुत  पराक्रम देखकर कृतवर्मा और कृपाचार्य भी मरने मारने का निश्

7

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग:33

30 जनवरी 2022
1
0
0

अश्रेयकर लक्ष्य संधान हेतु क्रियाशील हुए व्यक्ति को अगर सहयोगियों का साथ मिल जाता है तब उचित या अनुचित का द्वंद्व क्षीण हो जाता है। अश्वत्थामा दुर्योधन को आगे बताता है कि कृतवर्मा और कृपाचार्य क

8

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग:35

1 मई 2022
1
0
2

किसी व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य जब मृत्यु के निकट पहुँच कर भी पूर्ण हो जाता है तब उसकी मृत्यु उसे ज्यादा परेशान नहीं कर पाती। अश्वत्थामा भी दुर्योधनको एक शांति पूर्ण मृत्यु&nbsp

9

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-36

15 मई 2022
1
0
2

द्रोण को सहसा अपने पुत्र अश्वत्थामा की मृत्यु के समाचार पर विश्वास नहीं हुआ। परंतु ये समाचार जब उन्होंने धर्मराज के मुख से सुना तब संदेह का कोई कारण नहीं बचा। इस समाचार को सुनकर गुरु द्रोणाचार्य के मन

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए