बारिश का महीना था रात गहराई हुई थी। करीब रात के 1:00 बजे का समय रहा होगा। बारिश होकर बंद हो चुकी थी। सुनसान सड़क पर महावीर अपनी गाड़ी दौड़ाएं जा रहा था। तभी सामने उसे एक लड़की दिखाई दी।जो अपना हाथ हिला कर गाड़ी रोकने का इशारा कर रही थी।
उस सुनसान सड़क पर अकेली लड़की को देख कर महावीर को दया आ गई। उसने सोचा पता नहीं कौन बेचारी लड़की है। इतनी रात को सुनसान सड़क पर खड़ी है शायद किसी मुसीबत में जान पड़ती है।
महावीर ने अपनी गाड़ी रोक कर गाड़ी का शीशा खोला और लड़की से बात करने के लिए अपना सर बाहर निकालता है। हेड लाइट के उजाले में लड़की का चेहरा बिल्कुल सफेद चांदनी जैसा धुला हुआ लगता है। लहराते काले बाल आकर्षक नैन नक्श घाघरा चोली पहने हुए। देखने में कोई गांव की सीधी साधी लड़की दिखती है।।
महावीर ने गाड़ी का दरवाजा खोला और लड़की को गाड़ी के अंदर बैठने का इशारा किया। और लड़की से पूछा आप इतनी रात को इस सड़क पर क्यों खड़ी है।
लड़की बोली पास के गांव से ही आ रही थी रात हो गई थोड़ी ही दूरी पर जाकर मेरा गांव है मुझे वहां जाना है बस किसी आने जाने वाले का इंतजार कर रही थी ताकि लिफ्ट लेकर अपने गांव तक जा सकू,,
महावीर -आपको इतनी रात में डर नहीं लग रहा है।।
लड़की- डर क्यों लगेगा हम सब गांव के रहने वाले हैं दिन-रात इधर-उधर घूमते रहते हैं यह सब एरिया तो अपना ही है फिर डर किस बात का
महावीर इतनी बारिश हो रही है आप भीगी नहीं।। ((जैसे-जैसे महावीर की उस लड़की से बातें होती जा रही थी वह लड़की महावीर को उतनी ही मासूम और भोली लगने लगी।।))
लड़की- नहीं कैसे भी गूंगी जब बारिश हो रही थी तो मैं अपने रिश्तेदार के घर में थी इसलिए नहीं भीगी।। मैं गांव में ही थी।। बारिश बंद होने के बाद गांव से निकली हूं।।
महावीर- रात को सुनसान सड़क पर आप निकली आपके रिश्तेदारों ने आपको रोका नहीं?????
लड़की -क्यों नहीं बहुत रोका पर घर पर भी बीमार मां है उसे भी तो देखना है इसलिए मैं रात में ही निकल आई।।।।।
महावीर- आपका नाम क्या है?????
लड़की - नाम क्या करेंगे जानकर,, वैसे भी हम गांव की लड़कियां अजनबी यों को अपना नाम नहीं बताया करती हैं।।
महावीर -कभी अगर मिलने आना होगा तो क्या कहूंगा किस से मिलने जाना है।।
लड़की - इस रास्ते पर रहने वाले सभी मुझे जानते हैं। बस इतना बता दीजिएगा कि मैं रात में आपसे मिली थी । सभी लोग आपको मेरे घर पहुंचा देंगे। वैसे आपका क्या नाम है?????
महावीर - जी मेरा नाम महावीर है।।।।।
"नाम सुनते ही लड़की कहती है "।।गाड़ी रोकी ए मेरा घर आ गया है। यही पगडंडियों के रास्ते से नीचे उतर कर गांव में मेरा घर है आपने मुझे यहां तक लिफ्ट दी उसके लिए धन्यवाद।। कहकर लड़की आगे बढ़ जाती है।।
महावीर- पर यहां तो कोई घर नहीं दिखाई दे रहा है यहां से अकेले आप अपने घर तक कैसे जाएंगी चलिए मैं आपको छोड़ कर आ जाता हूं आप रास्ता बता दीजिए।।।
लड़की- नहीं नहीं मुझे अकेले ही जाना होगा आप जाएंगे तो गांव वाले देख कर नाराज हो जाएंगे।। वैसे भी जहां में रहती हूं वहां यह आप की सवारी नहीं जाएगी कहकर अंधेरे की तरफ बढ़ जाती हैं।।
महावीर ना चाहते हुए भी रात के अंधेरे में उस लड़की को अकेले जाने देता है।।।
और गाड़ी लेकर अपने घर आ जाता है रात भर उसे उसी लड़की का ख्याल रहता है।। सोचता है कितनी खूबसूरत लड़की थी एकदम चंचल चांदनी से धुली हुई ऐसा लग रहा था एक दाग नहीं है उसपे उसी के ख्यालों में गुम सो गया जब सुबह आंख खुली तो सुबह के 9:00 बज रहे थे।
उसे रात की लड़की फिर से याद आ गई । कितनी कातिल मुस्कान थी उसकी जल्दी-जल्दी नहा धोके फ्रेश हुआ नाश्ता किया।। और उस लड़की की तलाश में निकल गया।।
जहां उस लड़की को छोड़ कर आया था।। जहां रात के अंधेरे में कुछ नहीं दिख रहा था। सुबह वहीं पर एक कब्रिस्तान दिख रहा था। सोचने लगा रात में तो यह कब्रिस्तान नहीं दिख रहा था। और लड़की भी तो इधर से ही जा रही थी। कहां गई होगी किसी से पूछ कर देखता हूं।।
वहीं पर एक दो लोगों उसे मिल गए ।। उसने रात की घटना उन लोगों को बताई,, तो उन लोगों का कहना था ।।वह कोई लड़की नहीं बल्कि कब्रिस्तान की चुड़ैल है जो हर आने जाने वाले को अपने जाल में फंसाती है। और मार डालती हैं। शायद आपका नाम महाबली हनुमान के नाम से है।। इसलिए आप उसका शिकार नहीं हुए आप बहुत ही खुशनसीब है।। जो आज की रात आप बच गए। रात के अंधेरे में इस सुनसान सड़क पर जल्दी कोई नहीं आना चाहता।। क्योंकि यह रक्त से भीगी सड़क है अब तक अनगिनत लोगों की यहां मौत हो चुकी है।।
शायद आपका नाम ही आपका जीवन दान है।।
दोस्त कृपया कमेंट करें कैसी लगी यह कहानी आप सभी को धन्यवाद।। अब अगली कहानी अगले टास्क पर।।।।
🌿🌿।।"पूर्णिमा किरन"।।✍️✍️