नमन #जय_बुंदेली_साहित्य_समूह
#हिंदी_दोहा- बिषय- #लकीर
*1*
#राना कहता आज है , होना नहीं अधीर |
नहीं मिटाना अन्य की, जो भी दिखे लकीर ||
*2*
अपनी बनी लकीर का , #राना करिए ख्याल |
दूजों की भी देखकर, रखना नहीं मलाल ||
*3*
#राना अपने कर्म से , बनती रहे लकीर |
छोटी हो या वह बड़ी , रखो न इसकी पीर ||
*4*
आओं सब इस मंच की , कर दें बड़ी लकीर |
सृजन करें #राना यहाँ , सब बुंदेला वीर ||
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दिनांक-2-8-2022
*© #राजीव_नामदेव #राना_लिधौरी
संपादक "आकांक्षा" पत्रिका
संपादक- 'अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email - ranalidhori@gmail.com
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