आरती का मतलब ;;;;;;;;;;;;;;
हम इंसान हैं और मंदिर भी जाते हैं आरती भी करते हैं ;;;;;; तो पूरी आरती पढ़ने के बाद हूँ केयू यह भूल जाते हैं जीवन में असली रूप में इसे इस्तेमाल किया जाए to jiwan sab का अच्छा ही हो ;;;उद्धरण पक्ति हैं ;;; मिटे राग द्वेष हमारा प्रेम पथ ;;;; और मंदिर से निकलने के बड़ा ही अलग वातावरण में केयू चले जा