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"Cafe" अजनबी इश्क़ (भाग=1)

Angle tiwari

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"मॉर्निंग टाइम R.R. hostal जबलपुर" फ़ोन रिंग होता है तो लड़की सोए हुए कॉल रिसीव करती है हेलो......!!! उधर से कोई कुछ बोलता है की थोड़ी देर बातें सुनकर लड़की उछलकर बेड से बाहर आ जाती है,,,!! क्या मम्मा क्यों करती हैं आप ये सब...? जब हम इसके लिए तैयार नहीं तो प्लीज़! नॉट अगेन! हम कुछ भी नही कर रहें बस बहुत हो गया हर बार आपकी ज़िद्द पर हम गए मगर अब नही प्लीज़ मम्मा । हमें इंसिस्ट मत करिए जब हमें लगेगा की अब हमें इस बारे में सोचना चाहिए हम खुद आपको बता देंगे। लेकिन तब तक ये सब बंद करिए हम परेशान हो चुके है हमें अपने कैरियर में फ़ोकस करना है अभी बस..? उधर फ़ोन पर.....? अच्छा आपने किसी को भेजने से पहले हमें इन्फॉर्म करना ज़रूरी नही समझा ना ही पूछना बस कह दिया की जाओ। अब हमारी मर्ज़ी हो या नही इस बात से कोई फ़र्क नही पड़ता आपको..?   हमने आपसे कितनी बार कहा है, कि ये रोज, रोज, का मिलना मिलाना बंद करिए। इन सब रिजंस की वजह से हम अपने स्टडी पर कंसांट्रेट नही कर पा रहें। जब आपको पता है, हम अभी शादी नहीं करना चाहते तो क्यों ..? आप बार बार ये सब करती है, आखिर कब तक चलेगा ये सिलसिला?, उधर से उसकी मम्मा कुछ बोलती है,....? लड़की बोलती है .. हमने कहा न जब हम तैयार हो जायेंगे शादी के लिए आपको बता देंगे फिर क्यों आप बार बार...? हमें शादी करने के लिए मजबूर करती है ऐसा तो नहीं की हमारी उम्र ही निकल रही हो शादी की जो आप इतना लोड़ ले रहीं..? अभी हम बाइस के ही हैं बस और अभी मेरा बस एक ही एम है। खुद की पहचान उसके बाद आप जहां जिसके भी साथ बोलेंगी हम शादी कर लेंगे प्रोमिस ??? फिर उधर से उसकी मम्मा बोलती है, लड़की..मम्मा हम आपकी ही बेटी हैं न या फिर कहीं ऐसा तो नहीं की हमें कचरे के डिब्बे से उठाकर लाएं हो..? और उस बोझ को हल्का करने के लिए मेरी शादी करना चाहती है...? उधर...उसकी मम्मा गुस्से से चिल्लाते हुए बोलती है..! गुस्सा मुझे करना चाहिए तो आप कर रहीं यार ऐसा कौन करता है। अपनी बेटी के साथ हम आपकी अकलौती संतान है। आपको तो खुद हमारे फ़्यूचर को लेकर सोचना चाहिए पर आप, ? ऐसा बर्ताव कौन करता है...? जैसे हम आप पर बोझ हों बस जब देखो हमें डांटती रहती है... । फोन पर मम्मी.....? लड़की गुस्से से तिलमिलाते हुए....आप नही मानेगी न ..?ओके फाइन ठीक है  मैं तैयार हूं मिलने के लिए..! पर ये आखरी बार है,अगर इस बार  लड़का पसंद नही आया तो इसके बाद ना आप किसी से मिलने को बोलेंगी । न हमसे शादी से बारे में कोई बात करेंगी, तब तक जब तक हम खुद नही चाहेंगे। ओके बाय..कहकर लड़की फोन कट कर देती है  गुस्से से...? बेड में रखी पिल्लो पर अपना फ़ोन फेंक देती है। चिड़चिड़ाते हुए कमरे में इधर से उधर चलने लगती है। तभी पीछे से कोई आवाज़ लगाते हुए कहती है.....? अरे! क्या हुआ मेरी झांसी की रानी?क्यों सुबह सुबह गुस्सा करके । इन पिल्लों की जान ले रही है...? बेचारी इन्होंने तेरा क्या बिगाड़ा है..? क्या ये सुबह सुबह क गुस्से से लाल टमाटर की तरह चेहरा लेकर घूम रही। जब देखो बस तलवार लेकर तैयार रहती है, हमेशा..। किसी का सर कलम करने के लिए,। एक लड़की हाथ में ट्रे लिए आते हुए बोलती है। देख न ज्योति मम्मा ने आज फिर किसी से मिलने को कहा, । हमको समझ नही आता मम्मा को कैसे समझाएं? कि दूसरी लड़कियों की तरह हमारा सपना शादी करना नही है,। हमें हमारी जिंदगी से हमारे फ़्यूचर को लेकर बहुत सारी एक्सपेक्टेशन है। हमें अपना कैरियर बनाना है, कुछ बड़ा करना है, पहले अपनी पहचान बनाना है,। उसके बाद मम्मा जहां चाहेंगी उनके ही पसंद से हम शादी कर लेंगे। ज्योति....अच्छा सबसे पहले तू शांत हो जा और बैठकर आराम से चाय पी फिर हम बात करते है की क्या करना है। आ बैठ इतना कहकर ज्योति अंकू को बेड पर बैठा देती है कॉफी का कप थमा देती है। अब चल बता परेशानी क्या है, क्यों शादी के नाम से इतना चिढ़ती है...? देख अंकू हम जानते है, तेरा सपना क्या है? तू क्या करना चाहती है? तुझे अपने ज़िंदगी से क्या चाहिए..... पर एक बार तू अंकल आंटी को भी तो समझने की कोशिश कर। खुद को उनकी  जगह रखकर देख, तुझे  समझ आ जायेगा, कि ना तू अपने जगह गलत है,और ना ही  वो। यार वो तेरे पैरेंट्स है जाना...और हमारे पैरेंट्स हमेशा हमारे लिए अच्छा सोचते है,। उन्हें हमसे ज़्यादा फ़िक्र होती है अपने बच्चों के फ़्यूचर की। अगर आंटी तेरे ऐतराज दिखाने पर भी तुझे शादी के लिए फॉर्स कर रहें । तो हो सकता कोई रीज़न हो या फिर सच में वो लड़का अच्छा हो जो उन्हें अपने बेटी के हमसफ़र में चाहिए..। उसमे वो सारी क्वॉलिटी हो ...हमें बिना पूरी बात जाने किसी को भी जज नही करना चाहिए वो तो तेरे मम्मा पापा हैं। अंकिता. हम जानते है ज्योति की वो हमसे बहुत प्यार करते है उन्हें हमारी चिंता है और हम एक बार अपने ज़िंदगी का फ़ैसला गलत ले सकते है पर हमारे पापा कभी कुछ गलत नही कर सकते हमारे साथ। हमारे लिए हमारे पाप भगवान से भी बढ़कर है उनकी कही हर बात मेरे लिए उतना ही अहमियत रखती है जितना की जीने के लिए सांस। हम भी मम्मा पापा से बहुत प्यार करते है... पर अपने सपनो से भी उतना ही प्यार करते है, पागल है हम अपने सपनो के पीछे..;! बचपन से लेकर आज तक अपने सपनों को जीते आएं है इस उम्मीद में की एक दिन हम इसे पूरा करेंगे...।आज जब हमारे पास मौका है तो कैसे पीछे हट जाएं....? तुझे पता है ज्योति जब हम बचपन में सबसे बोला करते थे की हम एक दिन बहुत बड़ा कलेक्टर बनेंगे। और आईएएस एग्जाम क्वालीफाई ज़रूर करेंगे  यही मेरा पहला और आखरी ड्रीम है ...। तो सब बोलते थे उम्र के साथ सारा फितूर गायब हो जाएगा। क्योंकि आईएएस अफसर बनना इतना आसान नहीं..पर जैसे जैसे हम बड़े होते गए हमारा आईएएस बनने का जुनून और जोश कम नही हुआ बल्कि बढ़ता ही गया। बचपन में  शायद पापा को भी लगता था मेरा बचपना है पर फिर भी पापा ने कभी ये नही कहा की हम नही कर पाएंगे। हमेशा यही बोलते थे कोई भी लक्ष्य हमारे पराक्रम से बड़ा नही होता और उनके इस बात से मुझे डवल एनर्जी मिलती है अपने सपने को पूरा करने की। हमारा आईएएस का एग्जाम बस दो महीने रह गए है हमें अपने तैयारी को 100% देना है तब वो हमारे लिए शादी का ऑप्शन रख रहें। जबकि उन्हें पता है कि हमारा एग्जाम है । आईएएस बनना हमारा सपना ही नही हमारे जीने की वजह है फिर क्यों मम्मा ये सब...? पिछले दो बार हम नही निकाल पाएं पर हमें इस बार किसी भी सिचुएशन में निकालना है ये एग्जाम।   तब तक मुझे कोई प्रॉबलम नही चाहिए हमारे लाइफ में हम पूरा फ़ोकस अभी के लिए अपने एग्जाम पर करना चाहते हैं। ज्योति...किसने कहा तू अपना फ़ोकस अपने एग्जाम पर मत कर...तू मन लगाकर पढ़ाई कर हम जानते है तू इस बार ज़रूर क्वालीफाई करेगी...। पर अंकू अपने सपने के लिए अपनों का दिल दुखाना क्या ये सही है...देख तुझे शादी नही करनी अभी तो साफ़ साफ़ मना कर दे और अपने स्टडी पर फ़ोकस कर। पर जो अंकल आंटी कर रहें उन्हें करने दे हर माता पिता जो अपने बच्चों के अच्छे फ़्यूचर के लिए करते है वो भी वहीं कर रहें । हमें नही लगता तुझे इतना प्रॉब्लम होनी चाहिए। तुझे पता है अंकू कभी कभी जो सपने हमारे मम्मा पापा पूरे नही कर पाते ... वो हमारा जीवन साथी पूरा कर देता है हमारे सपनों और ख्वाहिशों  को  अपना सपना बना लेता है? अंकू...ज्योति खुशनसीब लोग होते है वो लोग जिन्हें ऐसा हमसफ़र मिलता है मगर सबकी लकीरें इतनी अच्छी हों ज़रूरी नही...। मै ही नही हर लड़की के अंदर ये भावना होनी चाहिए की उसे सबसे पहले अपनी पहचान बनानी है उसके बाद ही अपने फ़्यूचर फैमली के बारे में सोचना चाहिए...। तू ही बता अगर हम शादी के लिए मान गए और लड़के वालों ने अभी की डेट फिक्स कर दी तो हम कहां कहां कंसांट्रेट कर पाएंगे ..? नए रिश्ते नए लोग इतनी सारी जिम्मेदारी फिर सबको वक्त देना इन सब में हमारा ध्यान बट जायेगा अब रिश्ता जुड़ेगा तो उम्मीदें भी जुड़ेंगी न ..। अब तू ही बता अगर अभी एग्जाम टाइम ये शादी की बाते आगे बढ़ी तो हम कैसे पढ़ पाएंगे जबकि पढ़ना बहुत है और वक्त कम है हमारे पास। हमने ये नही कहा की हम शादी नही कर रहें पर हां अभी के लिए तैयार नहीं है जब तक हमारे एग्जाम का रिज़ल्ट नही आ जाता ...।जब तक हम कुछ कर नही लेते अपने मम्मा पापा के लिए....! उसके बाद हम खुद पापा की पसंद के लड़के से खुशी खुशी शादी कर लेंगे.। कभी कभी बहुत तकलीफ़ होती है जब मम्मा पापा .....? हमें जानते हुए भी समझते नही इतना कहते ही अंकू की आखें नम हो जाती है। ज्योति.. अच्छा बाबा ठीक है ज्यादा पैनिक मत हो और पहले ये रोना धोना बंद कर मेरी झांसी की रानी दहाड़ते हुए अच्छी लगती है। ऐसे रोते हुए नही समझी.. जा मिलकर आ और कह देना हमे शादी नही करनी अभी । अगर फिर भी हां बोला तो तेरी जगह हम शादी कर लेंगे क्या बोलती है..?। अंकू..राक्षस तू  न हमारे हाथों से पिट जायेगी बता रहें हैं। यहां हम परेशान है और तुझे मस्ती सूझ रही...? इतना कहकर.अंकिता ज्योति की घूरती है ...। की कुछ देर में फिर दोनो ही ज़ोर से हसने लग जाते हैं। ज्योति...ये हुई न बात ऐसे ही हंसते रहा कर हमेशा बहुत प्यारी लगती है..। उस पर तेरे ये डिंपल.... एकदम जानलेवा है यार लड़के बचारे तेरी मुस्कान से तो बच भी जाएं। पर तेरे इस जादू वाले डिंपल से तो घायल ही हो जाएं। अंकू...चल झुठ्ठी कुछ भी हां...इतनी तारीफ़ मत किया कर मेरी हमें डर लगता है कहीं तू फ्लर्ट तो नही कर रही हमारे साथ। ज्योति.... ओए मेरी उल्टी खोपड़ी ज़्यादा मत सोच क्योंकि तेरे इस उल्टा दिमाग में यही सब आता है । अभी लड़को की कमी नही है जब होगी तो सोचेंगे तेरे बारे में...! वैसे तुझे पता है...? अंकू...तू न सच में एक नंबर की राक्षस है सोचेंगे तेरे बारे में... तू न आज कल बहुत बिगड़ रही है अब लगता है हमें लड़का देखना शुरू कर देना चाहिए तेरे लिए । ज्योति...अच्छा बहुत जल्दी है पीछा छुड़ाने की मुझसे..? मगर इतनी आसानी से पीछा नही छोड़ने वाली तेरा इस जनम में अंकू.... हां पता है मेरी फेविक्विक चिपकी रह वैसे भी मुझे तेरे अलावा कोई चाहिए भी नही एक संभलती नही तो दूसरे का क्या करूंगी...चल बोल क्या बोल रही थी..? ज्योति...तू जब ऐसे रोंदू जैसे शक्ल बनाती है तो  बिलकुल हॉरर फिल्म वाली डायन लगती है...।एकदम खूंखार। इतना सुनते अंकू ज्योति को खा जाने वाली नज़रों से देखती है तो ज्योति कहती है...। अरे शांत मेरी तलवार क्वीन शांत मै तो बस तेरा मूड ठीक करने की कोशिश कर रही थी। पर तू है के फिर भी गुस्सा कर रही...खैर छोड़ ये सब । जा जल्दी से तैयार हो जा अच्छे से जाना है न उस झिंगुर..। हमारा मतलब लड़के से मिलने ...अब आंटी ने बोला है जाना तो पड़ेगा। अंकिता.. पर ज्योति हमें बहुत डर लग रहा  अगर उसने  हां कह दिया तो...?? ज्योति..तो शादी कर लेना और पूरी जिंदगी मजे करना,अपने प्यारे पति देव के साथ...चिढ़ाते हुए,,बोली!! अंकिता...ज्योति की बच्ची अपना मुंह बंद रख वरना हमसे अभी कांड हो जाना है...! यहां हमारे अंदर तूफ़ान चल रहा और तू है कि मजे की बात कर रही दोस्त है या दुश्मन...? ज्योति.. तू इतना क्यों घबरा रही जैसे कोई छोटी सी बच्ची हो...? तू जाकर मिल न उससे, ना किया तो ठीक अगर हां करेगा...? तो तू उसे अपनी प्रॉबलम बताना, कि तू अभी शादी नहीं करना चाहती अगर लड़का अच्छा हुआ तो आई एम श्योर वो तुझे ज़रूर समझेगा। अगर नही समझा.. तो फिर तेरी तलवार हम तैयार रखेंगे सर कलम कर देना उस नामुराद का। वैसे तुझे देखने के बाद कोई लड़का ना नही बोल सकता...। पिछली बार लड़कों ने तुझे मना नही किया था वो तो तैयार थे। पर तुमने ही उन्हें ड्रेकुला बनकर डरा दिया और वो अपनी जान बचाकर भगा गए। अंकिता.....अब बकरा को तो बलि चढ़ना है हस्ते हुए या रोते हुए चल ठीक है हम निकलते है, जो होगा देखेंगे। वैसे भी ये अंतिम मुसीबत है इसके बाद मम्मा प्रोमिस की है की कोई बात नही होगी शादी की,  ना किसी को अब मुझसे मिलने भेजेंगी...। पता नही अब किस चुरकुट को भेजी है मम्मा भी... । एनीवे एम गोइंग टू रेडी नाऊ एंड यू ऑल सो गेट टू रेडी हम रेस्ट्रा चले जायेंगे तू यूनिवर्सिटी और हां मेरा लीव एप्लीकेशन दे देना,आज हम कॉलेज नही आयेंगे। ज्योति.... ओके माय क्वीन ऑफ़ झांसी ....तू जल्दी से रेडी हो मैं भी रेडी हो जाती हैं,,। अंकिता.. ओके कहकर दोनों रेडी होने चली जाती है। अंकिता जल्दी से बाथ लेती है और हमेशा की तरह एंकल जींस, क्रॉप टॉप, आखों में काजल लाइट मियुड कलर लिपस्टिक...? खुले बाल जो कमर तक आ रहे थे जिसे अंकू ने राउंडर बनाकर हेयरपिन किया हुआ था। कानों में बड़े लरी के इयरिंग्स हाथों में बड़े डायल की ब्लैक वॉच हील्स पहनकर. रेडी हो जाती है,। खुद को एक बार आईने में देखती है फिर मुस्कुराने लगती है जिससे उसके राइट साइड के गालों का डिंपल बिलकुल खिल रहा था अंकू पर..। वो फिर से काजल उठाकर थोड़ा और गहरा काजल लगा लेती है फिर खुद से ही कहती है हुऊऊऊ...परफेक्ट...। फिर अपना बैग लेकर  रूम से बाहर आते हुए फिर ज्योति से,कहती है। ज्योति हम रेडी हो गए है,जल्दी चल देर हो रही....। इतना बोली ही थी कि तभी ज्योति कॉफी और सैंबिच लिए अंकू के पास आती है। ज्योति.. अंकिता को देखते हुए कहती हैं... अरे मेरी स्वीटहार्ट इतना तैयार होकर जायेगी। तो वो कभी ना नही बोलेगा पक्का हां कर देगा,,। अंकिता को ब्रेकफास्ट देते हुए कहती है। अंकिता..बकवास मत कर हम रोज ऐसे ही रहते है समझी, कॉफी पीकर सैंबिच खाते हुए कहती है। दोनो साथ में बैठकर नाश्ता करने लगती है। ज्योति...हमें तो नही लगता तू रोज़ ऐसे तैयार होती है । आज तो कुछ अलग ही लग रही लिपस्टिक आईलाइनर एंड ऐट ऑल लगता है । आज मामला फिक्स हो ही जायेगा और तुझे तेरा ड्रीम प्रिंस चामिंग मिल जायेगा...। अंकू...ज्योति मेरे ड्रीम में बस एक ही प्रिंस आता है वो है मेरा आईएएस बनने का सपना तो किसी और का सपना पॉसिबल ही नही है। मेरा मकसद ही मेरे जीने का जुनून है उसके बाद कोई और सपना आता है। अब तू अपनी बकवास बंद कर वरना कहीं नही जायेंगे समझी! ज्योति... ओके ओके मेरी पगलू हम तो बस मज़ाक कर रहे थे। तुझे तो पता है न अपनो और फैमली के नाम पर बस एक तू ही है हमारे पास। अब अगर तेरे साथ भी खुलकर नही रहूं तो किसके साथ रहूं...? अंकू...ज्योति को गले लगाते हुए....बस बस मेरी इमोशनल ड्रामा क्वीन अब सुबह सुबह रोने धोने मत लग जा ओके।   हां याद रख जब तक हम तेरे साथ है तुझे किसी की ज़रूरत भी नही है समझी ।तेरा परिवार तेरी फ्रेंड सब कुछ बस मैं हूं। किसी के बारे में सोचीओ भी मत वरना तेरे सारे दांत तोड़ देंगे ...। मतलब अपने होने वाले हसबैंड के बारे में सोच सकती हो। उसकी इजाज़त हैं तुम्हें मगर उसके अलावा किसी को नही वो क्या है न..? हम तेरा प्यार तो उसके साथ शेयर कर सकते है। पर तेरा झगड़ा और तेरी केयर किसी के साथ नही। तो किसी और को लायेगी अपने जिंदगी में हमारे होते हुए ख्यालों में भी नही लाना। चल ठीक है बाकी की बक बक शाम को करेंगे अभी जाते है उस चिरकुट से मिलने। ज्योति.. हां मेरी देवी मैया कोई नही आयेगा हमारे जिंदगी में वैसे भी डर लगता है किसी को अपना बनाने से और ताकत नही है। किसी को खोने की....रही बात तेरी जगह किसी और को देने की तो इस जनम में तो ये मुमकिन नहीं। जब तूझसे फुर्सत मिलेगी तभी तो सोचेंगे किसी और के बारे में मेरी सोनचिराइया....वैसे ये चिरकुट कौन है....? अंकू...वही जिसे हमारी मम्मा ने हमारा चैन और सुकून पर अपना थंब लगाने को भेजा है। चल हम जा रहे तू भी जा कॉलेज आराम से जाना और अपना ध्यान रखना समझी ज्योति.. हा हम अपना ध्यान रख लेंगे तू अपना ख्याल रखना । आराम से जाना और उसके सामने गुस्सा मत करना। अंकिता.. हां बाबा ठीक है नही करूंगी गुस्सा,कहकर अंकू स्कूटी लेकर हॉस्टल से रेस्त्रा के तरफ़ निकल जाती है। "चाइनीज रिस्ट्रोरेंट" अंकिता रेस्त्रां पहुंचती है अपनी स्कूटी पाक करके सीधा अंदर चली जाती है। और एक टेबल में बैठ जाती है और उस लड़के का वेट करने लगती है। तभी बेटर आता है  yes mam! what flame for you?? अंकिता..nothing thanku! बेटर, ok sure mam कहकर चला जाता है..! अंकिता वेट करते बैठे रहती है जिस टाइम लड़के को आने को होता है, टाइम ओवर हो जाता है,पर लड़का नही आता,। कहा रह गया ये चिरकुट लगता है जैसे कहीं का राजकुमार हो हम यहां बैठे इंतज़ार कर रहें और जनाब तो...? जैसे शादी इन्हें नही हमें करनी है। अंकिता वेट करते करते इरिटेट हो जाती है । और गुस्से से अपने मां को कॉल करती है,,!! हेलो मम्मा क्या प्राब्लम है पिछले एक घंटे से हम यहां उसका वेट कर रहे, वो जनाब है की अभी तक नही आए...??? उसकी मां फ़ोन बोलती है,बेटा ट्रैफिक में फंस गया होगा आ जाएगा मैने तेरा नंबर उसे दे दिया जब वो वहा पहुंच जाएगा तुझे कॉल करेगा थोड़ा शांत रहा कर बात बात इतना गुस्सा करना अच्छी बात नही। अंकिता..अरे वाह! मेरी मदर इंडिया तो आपने हमारा नंबर भी उसे दे दिया,,बहुत अच्छे दिल खुश कर दिया आपने!! एनीवेज हम कुछ देर और वेट करेंगे, नही आया तो हम चले जायेंगे हम उसके लिए आज अपना कॉलेज मिस किएं है पूरा दिन यहां बैठकर अपनी पढ़ाई मिस नही करना चाहतें। कुछ देर वेट कर रहें इसके बाद सीधा हॉस्टल इतना कहकर कॉल कट कर देती है। फिर कहती है सब बस मेरे ही पीछे पड़ गए है, नहा धोकर एक हमारी मम्मा जो हमारी शादी करवाने की कसम खा रखीं है। दूसरा ये जनाब कही के कलेक्टर है, जो हमें इतना वेट करा रहे अंकिता कश्यप कभी किसी का वेट नही करती लोग हमारा वेट करते है। अगर बात मम्मा की नही होती तो इनको इतना बढ़िया लेसन सिखाते कि कभी किसी लड़की को ऐसे वेट नही कराते। पर कोई बात नही आने दीजिए फिर बताते हैं इन्हें अब हमें इंतज़ार करा रहें तो थोड़ी सी परेशानी तो झेलनी पड़ेगी मिस्टर चिरकुट को। ऐसे काफी देर से अंकिता कि बक बक जारी थी पर वो लड़का नही आया,,!! पर कोई और उसकी बातें सुनकर जाने कबसे मुस्कुराए जा रहा था और शायद अपने फ़ोन पर अंकू की बकबक कैद कर था की तभी अंकिता को लगा जैसे कोई उसे देख रहा। तो वो इधर उधर देखने लगती है..वो लड़का जल्दी से अपना फ़ोन रख पेपर से अपना फेस छुपा लेता है अंकू फिर से बैठ जाती है खुद से ही कहती है...। हमें ऐसा क्यों लगा जैसे कोई हमारी फ़ोटो खींच रहा राम जी जाने मैनू की कुछ ज्यादा ही सोच रही मैं...। राम जी प्लीज़ जल्दी से इस चिरकुट को भेज दीजिए अगर इसने और देर की तो शादी से पहले ही हम इसका बैंड बजा देंगे बता रहे। अंकिता नॉनस्टॉप बोले जा रही थी और उसके बगल में बैठा शख्स एक नज़र पर उसे देखे जा रहा था हंसते हुए कहता है.... सो स्वीट। की तभी अंकिता का फोन बजा उसने देखा अननोन नंबर से तो वो फ़ोन को घूर रही थी की ये नंबर किसका हो सकता है..? तभी उसे ख्याल आता है कि हो सकता है ये उसी लड़के का कॉल हो जो हमसे मिलने आने वाला था मम्मा ने उसे मेरा नंबर दिया है। ये सोचकर अंकू कॉल रिसीव करती हैं और,हेलो बोलती हैं!!, उधर से किसी लड़के की आवाज आई, जी आप अंकिता जी बोल रही,अंकिता ,जी हा हम अंकिता स्पीकिंग बट आप कौन? जी हम आज आपसे मिलने वाले थे आपकी मम्मा ने बताया होगा पर हमें एक बहुत जरूरी काम आ गया है ऑफिस का,। जिसके वजह से हमें दूसरे शहर जाना पड़ रहा मीटिंग के लिए इस लिए हम आज नही आ पायेंगे। अगर आप चाहे तो हम कल या परसों मिल सकते है?? अंकिता..खुश होते हुए और भगवान जी को धन्यवाद देते हुए कहती हैं, नही नही आप आराम से अपना काम करिए ,,। कहकर जल्दी फोन रख देती है ,उछलते हुए थैंक्यू राम जी क्या सही एंट्री मारे हो उस चिरकुट के कुंडली में इस बार तो हमें कुछ करना ही नही पड़ा सब अपने आप ही हो गया । वरना पता नही कितने प्लान बनाने पड़ते उस चिरकुट को भागने के लिए,चलो मुसीबत आने से पहले सॉल्व आज से प्रॉब्लम ख़त्म अब मम्मा ज़िद तो नही करेंगी,,,।। प्रसन्नता से वह अपने एक हाथ को हवा में लहराते हुए यस ,,,यस, बोल कर खिलखिलाकर हंसने लगी। Continue...Nangle✍️ ,**"""""*******"" 

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