निया निया उठना नही है दस बजने वाले है वो लोग किसी भी टाइम आते होंगे उठ जा बच्चा नहीं तो लेट हो जाएगा बोल कर बाहर चली गई ।।
आधे घंटे बाद .....….!
निया आधे घंटे हो गए तुम अभी भी सो रही हो हद होती है सोने कि आखिर रात भर करती क्या है तुम जो दस बज गए और तुम्हारी नीद नही खुली ।
निया ब्लैंकेट हटा कर उठते हुए बोली हद होती है यार दी कुछ देर और सोने दे देती तो क्या हो जाता एक सन्डे को ही तो सोती हूं और आपको उसमे भी चैन नहीं है ।
निहारिका ( निया कि बड़ी बहन ) तुम्हारा बस चले तो सन्डे बीच में से ही गायब हो जाए और तुम ना सोती रहो इसलिए अब उठ जाइए देवी जी वैसे भी पहले से ही काफी लेट हो चुका है और जाना नही है क्या तुझे जो ऐसे सो रही है ।
निया अब जल्दी से ब्लैंकेट फेकते हुए बोली दी आप पहले नही जगा सकती थी आपके वजह से लेट हो गया ना मुझे और आप मुझसे अभी भी बात कर रही है " बोलते हुए बाथरूम में घुस गई और निहारिका अपना सर झटकते हुए वापस से नीचे आ गई ।
नीचे हॉल में नमन ( निहारिका का हसबैंड ) नाश्ता करते हुए बोले क्या हुआ आपकी लाडली अभी नही उठी मुझे तो समझ नही आता आप दोनो का " ।
निहारिका उनके पास बैठते हुए बोली मम्मी पापा के जाने के बाद मेरे आलावा है ही कौन उसका जो उसके नखरे सहे इसलिए थोड़ा करने देती हूं उसे अपनी मनमानी बाकी आप कुछ मत बोलिए ।
नमन हाथ उठाते हुए बोले मैं मेरी इतनी हिम्मत कि मैं कुछ भी बोलूं अजी मैं तो यह कह रहा था आप आराम से उठाइए अपने लाडली के नखरे "! लेकिन कल युग आ रहा है तो प्लीज मुझे मेरा घर सलामत चाहिए ....... अगली बार दो घंटे में मेरा दो लाख का नुकसान हुआ था और इस बार तो साहब मेरे साथ रह कर बिजनेस सीखने आ रहे है ।
निहारिका हम्मम ।
नमन हम्मम बस आपको हम्मम समझ आ रहा है जितना आतंक वो दोनो मचाते है ना उतना तो मेरी राजकुमारी भी नही करती बोल सामने बैठी दो
साल के बच्ची का सर चूम कर बोला है ना निशु ।
फिर निहारिका को देखते हुए बोले जल्दी से कुछ सोच लीजिए मैं आज जल्दी ऑफिस से आऊंगा तो मूवी चलेंगे बोल कर अपना बैग लेकर ऑफिस के लिए निकल गए ।
निया जल्दी से अपना बैग लेकर नीचे आते हुए बोली दी वो मुझे आने में थोड़ा लेट हो जाएगा ।
निहारिका कुछ सोचते हुए बोली हम्मम ।
निया बैठते हुए बोली क्या हुआ आपको मैं अपना ध्यान रख लूंगी आप चिंता मत कीजिए बोल निशी को गोद में उठा का खिलाने लगी ।
निहारिका वो मैने सबसे बोल दिया है तेरा खयाल बाकी सब रख लेंगे तू बस थोड़ा सा सबकी बात मान लेना वही बहुत है तुम्हारे लिए ।
निया दी आप मुझे ऐसा समझती हो आपकी बहन इतनी भी लापरवाह नही है ।
निहारिका कुछ बोलती उसके पहले बस का हॉर्न बजा और निशि का सर चूमते हुए निहारिका के गले लग कर निया जल्दी से बाहर निकलते हुए बोली बाय अपना ध्यान रखिएगा मेरे बारे में बिलकुल भी चिंता मत कीजिएगा मैं अपना ध्यान रख लूंगी ।
निहारिका के बोलने से पहले ही अब वो बाहर निकल चुकी थी ।
कुछ देर बाद निहारिका कि नजर टेबल पर गई जहां वो अपना लंच लेकर जाना भूल चुकी थी
निहारिका क्या करूं मैं इस लड़की का क्यों है ये इतनी लापरवाह फिर अपना फोन निकाल कर कॉल किया तो पता चला बस आगे निकल चुकी है ।