नभ सुरमई सी चादर है।
टके जिस पर सितारे हैं।
टिम-टिम टिम-टिम करते हैं।
आंखों में बस जाते हैं।
कितने रंग बदलते हैं।
बड़े दिये से बलते हैं।
कभी टूट ये पड़ते हैं।
चिनगी सी छिटकाते हैं।
नये जड़ाऊ गहने हैं।
जिन्हें रात ने पहने हैं।
बिखरे मोती न्यारे हैं।
ये चमकीले तारे हैं।