ग्लैमर की दुनिया, सुशांत जैसे मेघावी छात्र को लील गयी डॉ शोभा भारद्वाज आज कल सुशांत राजपूत को लेकर आत्महत्या अथवा हत्या का विषय मीडिया में छाया हुआ है रोज नई हैडिंग के साथ चैनलों में वाद विवाद होते हैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर एक पक्ष ने अपनी सफाई पेश की लेकिन सुशांत का पक्ष उसके नाम क
अक्सर मित्रों से चर्चा में मेरे इस वक्तव्य से कि कोरोना काल और उसके बाद के समय में अपराध और आत्महत्या बहुत बढ़ सकते है, अधिकांश लोग सहमत थे । अब ऐसा होता दिख रहा है । पिछले दिनों अपराध बहुत बढ़े है । आज अत्यंत आकर्षक व्यक्तित्व के धनी और गुणवान अभिनेता सुशांत राजपूत ने आत्महत्या कर ली । पिछले दिनों स
ऐ वीर जवान तू तो है तूफान तूने चाहा जहाँ पहुँच पाया वहाँ तू चला जहाँ तेरा कारवाँ तूफ़ानो में बढता गया रुका नहीं कभी तू गया जहाँ पहाड़ो पे भी चड़ता गया जब हवा चली ढक गये वो निशान जो बने थे वहाँ मिट गये वो निशान ऐ वीर जवान पैरो के निशान मिलते ही नहीं ढूंडू मैं क