दुनियाँ के लिजेंड बॉक्सर और सचिन तेंदुलकर के बचपन के हीरो मुहम्मद अली कहते है , "मैं ट्रेनिंग के हर पल से नफरत करता था, पर खुद से एक बात जरूर कहता था, अभी सह लो, बाद में चैम्पियन बनोगे " जी हाँ फ्रेंड, यह कमिटमेंट करने वाले मुहम्मद अली ने जब अपना बॉक्सिंग कैरियर स्टार्ट किए तो वे हर दर्द, हर मुसीबत को पूरे साहस के साथ सहते थे।
वे एक अश्वेत थे, आप अच्छी तरह से जानते है, अमेरिका में अश्वेतों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता था। इसके बावजूद उन्होंने कभी अपने स्वाभिमान और नियमों से कभी समझौता नहीं किया, यहाँ तक की वे अपने हक के लिए अमेरिकी फौज से भी लड़ने में पीछे नहीं हटे। बड़ा दिलचस्प कहानी है मुहम्मद अली की बॉक्सर बनने की.... साइकिल चोरी की घटना से अनोखी शुरुआत हुई थी उनकी बॉक्सिंग की...
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